आसमान छूने का ख्वाब हर कोई देखता है लेकिन यह ख्वाब उन्हीं का पूरा होता है जो इसके लिए कड़ा संघर्ष करते हैं। बॉलीवुड की क्वीन कंगना को इसकी बेहतरीन मिसाल कहा जा सकता है। खुद को अनवांटेड चाइल्ड कहने वाली कंगना ने आज बॉलीवुड में खास जगह बना ली है हालांकि यह आसान नहीं था। हिमाचल के मंडी की रहने वाली कंगना का यह सफर काफी संघर्ष भरा रहा लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने मंजिल की राह पर चलती रही। इस सफर के बीच उनकी लाइफ से बहुत सारे विवाद भी जुड़े हैं। चलिए आज हम आपको इस पेकेज में कंगना के एक आम लड़की से लेकर बॉलीवुड की क्वीन बनने तक का सफर बताते हैं।
मंडी में 23 मार्च 1987 को अमरदीप रनौत और आशा रनौत में पैदा हुई कंगना के घर वालों को लड़के की इच्छा थी इसलिए उन्होंने खुद को अनवांडेट कहा था। शायद इसी वजह से वह बचपन से ही विरोधी और मुंहफट स्वभाव की थी।
पिता बनाने चाहते थे उन्हें डाक्टर
कंगना के पिता उन्हें डॉक्टर बनाना चाहते थे लेकिन वह एक बार फिर निराश हो गए जब कंगना 12 वीं में फेल हो गई। उनका सपना अधूरा रह गया। उन्हें यह लगना शुरु हो गया कि कंगना उनका नाम कभी रोशन नहीं करेगी।
अपने रास्ते खुद चुनें
12 फेल होने के बाद वह चंडीगढ़ चली गई और 16 साल की उम्र में दिल्ली पहुंची जहां उन्हें मॉडलिंग के ऑफर मिलने लगे। कुछ देर उन्होंने अस्मिता थिएटर ग्रुप में काम भी सीखा लेकिन कंगना के पैरेंट्स को उनका यह प्रोफेशन पसंद नहीं था। वह उन्हें वापिस लाने भी पहुंची लेकिन वह नहीं आईं लेकिन इस काम में उनकी बड़ी बहन रंगोली हमेशा उनके साथ रहीं और हर काम में उनका साथ भी दिया।
इंडस्ट्री में पहचान बने घुंघराले बाल
कंगना की पहली फिल्म थी 'गैंगस्टर'। घुँघराले बाल जहां हमेशा से ही इंडस्ट्री को नापसंद थे लेकिन कंगना की इसी चीज़ सबसे अट्रेक्ट किया। बहुत सी लड़कियों ने उनके हेयर स्टाइल को कॉपी किया।
अवार्ड्स फंक्शन में नहीं लेती हिस्सा
उनका मानना यह हैं की अवार्ड्स सिर्फ विकिपीडिया के लिए होते हैं,उन्हें अपने काम को फेमस करवाना हैं न की अपने अवार्ड्स को इसीलिए वह किसी अवार्ड शो पर नहीं जाती। उन्होंने क्वीन और तनु वेड्स मनु फिल्म के लिए साल 2015 और 2016 को राष्ट्रीय पुरस्कार अपने नाम किया। 2014 में कंगना ने अलग-अलग संस्थानों की ओर से मिलने वाले तमाम अवॉर्ड शो में नहीं पहुंची थी।
नेपोटिस्म के हैं सख्त खिलाफ
नेपोटिस्म यानि सेलेब्रिटी किड्स को बिना मेहनत के फिल्में मिल जाना। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि आलिया भट्ट और रणवीर कपूर की उम्र में तोह मेरे माँ बाप के 3 बच्चे थे, फिर भी उन्हें यंग स्टार्स क्यों कहा जाता हैं।
नो खान्स है उनकी पालिसी
वह किसी भी खान के साथ मूवी नहीं करना चाहती। उनकी फिल्म 'क्वीन' और 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' इसका बेहतरीन उदाहरण भी है। इसके लिए उन्हें फिर नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
आदित्य पंचोली और ऋतिक रोशन के साथ कॉन्ट्रोवर्सी
कंगना जब इंडस्ट्री में नई थी तब आदित्य पंचोली ने उन्हें एक फ्लैट दिया था लेकिन कंगना के मुताबिक आदित्य ने उन्हें उसी घर में अरेस्ट कर रखा था। यह बात उन्होंने उनकी पत्नी से भी बोली पर कोई एक्शन नहीं लिया गया तो वो खिड़की से कूद गई और वहां से भाग गई। बाद में अनुराग बासु और उनकी पत्नी ने मदद की, अनुराग ने 15 दिन तक कंगना को अपने ऑफ़िस में छिपाकर रखा। ऋतिक के साथ उनके अफेयर के किस्से भी जगजाहिर हुए और दोनों ही तरफ से एक दूसरे पर कई आरोप भी लगाए गए।
जो भी है कंगना ने हमेशा एक दमदार ले़डी का रोल अदा किया जो वुमेन इम्पावरमेंट की बेहतरीन उदाहरण है।