आज कल बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्हें पेटिंग करने का शौक होता है लेकिन इस पेटिंग को भी एक अलग अंदाज में बनाना यह एक कला है और एक ऐसी ही अलग कला दिखाई है ओडिशा के राउरकेला में इंजीनियरिंग की छात्रा भाग्यश्री साहू ने। जो हैं तो एक पेंटिंग आर्टिस्ट लेकिन वह ऐसी पेंटिंग करती हैं कि उनकी रचनाओं को देखकर एक बार आप के मुंह से भी तारीफ निकल ही जाएगी। भाग्यश्री के काम के मुरीद तो पीएम मोदी भी हो चुके हैं तो चलिए आपको बताते हैं कि आखिर कौन हैं भाग्यश्री साहू।
भाग्यश्री इंजीनियरिंग की छात्रा हैं। वह इसके साथ-साथ डूडलिंग और पेंटिंग आर्टिस्ट भी हैं। पट्टचित्र पेंटिंग में तो भाग्यश्री का कोई जवाब ही नहीं है उन्होंने अपनी इसी कला को आगे बढ़ाया लेकिन वह यह नहीं जानती थी कि आगे जाकर वह इसे अपना करियर बना लेगी।
कैसे शुरु हुई इस कला में रूचि?
भाग्यश्री की मानें तो एक बार वह जब पुरी के रघुराजपुर गईं तो रास्ते में उन्हें कईं पत्थर दिखाई दिए जिसके बाद उनकी इसमें रूचि पैदा हुई। इसके बाद कॉलेड के रास्ते में भी भाग्यश्री को जो भी पत्थर मिले तो उसने उसे इकट्ठा किया और उसे घर ले आई। इसके बाद भाग्यश्री ने हर दिन इस पर पेंटिंग करनी शुरू की। भाग्यश्री जब भी इस पर पेंटिंग करती तो उसे अपने दोस्तों में बांट देती।
लॉकडाउन में भी नहीं रूकी भाग्यश्री
हालांकि पिछले साल लॉकडाउन के दौरान बहुत से लोगों के काम बंद हो गए लेकिन ऐसे में भाग्यश्री नहीं रूकी। इस दौरान उन्होंने बोतलों पर पेंटिंग करना भी शुरू कर दिया और धीरे-धीरे अब वह अपनी इस कला में इतनी माहिर हो गई हैं कि वह अब वर्कशॉप का आयोजन भी करती हैं।
तो चलिए आपको भाग्यश्री की कुछ पेंटिंग्स दिखाते हैं...
पीएम मोदी ने भी तारीफ की
आपको बता दें पीएम मोदी भी भाग्यश्री के इस काम की मन की बात के एपिसोड में तारीफ कर चुके हैं। , प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा था, ' कुछ दिन पहले, सुभाष बाबू की जयंती पर, भाग्यश्री ने उन्हें पत्थर पर की गई एक अनूठी श्रद्धांजलि दी। मैं उनके भविष्य के प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।' भाग्यश्री पीएम मोदी से अपनी तारीफ पाकर बेहद खुश है इस पर बात करते हुए भाग्यश्री ने कहा मैं अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर सकती। मुझे और मेरी कला को पहचानने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं।
पीएम की तारीफ के बाद मिला परिवार का समर्थन
पीएम मोदी द्वारा तारीफ मिलने पर भाग्यश्री ने कहा कि यह मेरा जुनून था जिसे प्रधानमंत्री से सराहना मिली। पीएम की मान्यता के बाद, मेरे परिवार ने समर्थन देना शुरू कर दिया और कला के साथ एक स्टार्ट-अप स्थापित करने पर जोर दिया।