वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में इस बार भारत का बोल-बाला रहा। युवा भारतीय पहलवान अंतिम पंघाल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीत लिया। इस मेडल के साथ ही अंतिम ने देश को पेरिस ओलिंपिक के लिए 53 किलोग्राम का कोटा भी दिलाया। 19 साल की पंघाल ने 2 बार यूरोपीय चैंपियन स्वीडन की एमा जोना डेनिस को हराकर इस चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली 8वीं भारतीय महिला बन गई हैं।
कुश्ती में भारत को पहला कोटा
ब्रॉज मेडल का मुकाबला हाई स्कोरिंग रहा। आखिरी में अंतिम ने तकनीकी श्रेष्ठता की जीत हासिल की। पेरस में अगले साल ओलिंपिक गेम्स होने हैं। यह पेरिस 2024 के लिए कुश्ती में भारत का पहला कोटा भी है। पंघाल ने मैच की शुरुआत काफी तेज की और 5-0 की बढ़त बना ली। इसके बाद स्वीडन की रेसलर ने वापसी करते हुए लगातार 6 पॉइंट हासिल किए और मुकाबला रोचक बना दिया। पहले पीडियड के अंत में अंतिम को एक और पॉइंट मिला और मुकाबला 6-6 पर आ गया।
दूसरे राउंड ने दो बार की अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियन अंतिम पंघाल ने जोना को कोई मौका नहीं दिया और लगातार 10 पॉइंट हासिल करके मुकाबला 16-6 कर दिया। इसके बाद तकनीकी श्रेष्ठता पर उन्हें विजेता घोषित कर दिया गया। भारतीय पहलवान संयुक्त विश्व कुश्ती (UWW) के ध्वज तहत टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे हैं।
चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली भारतीय महिलाएं
अंतिम पंघाल से पहले 8 भारतीय महिला खिलाड़ी वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीत चुकी हैं। इसमें अल्का तोमर (2006), गीता फोगाट (2012), बबीता फोगाट (2012), पूजा ढांडा (2018), विनेश फोगाट (2019, 2022) और सरिता मोर (2021), अंशू मलिक (रजत) का नाम शामिल है।