दिल्ली में डेंगू के बढ़ते खतरे के बीच दिल्ली सरकार ने दवा विक्रेताओं के लिए एक खास आदेश जारी किया है। दिल्ली सरकार में कहना है कि कुछ खास दवाएं है जो बिना पर्ची के नहीं दी जाएंगी।
इस लिस्ट में एस्पिरिन, इबूप्रोफेन और डिक्लोफेनाक शामिल है। राजधानी में लगातार होती बारिश से युमना का पानी बढ़ कर शहर में पहुंच गया है, जिससे डेंगू के मामलों में भी बढ़त देखने को मिली है। पिछले 20 सालों की तुलना में इस बार डेंगू के मरीजों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। सरकार की ओर से जिन दवाओं पर रोक लगाई गई है वो दर्दनिवारक दवाएं बॉडी में जाकर प्लेटलेट्स की संख्या को कम कर सकती हैं।
इसी वजह से दिल्ली सरकार ने कैमिस्ट को पेनकिलर का रिकॉर्ड रखने के साथ बिना प्रिस्क्रिप्शन के इसे बेचने पर भी पाबंधी लगा दी है। इस साल 18 जुलाई तक एमसीडी के अस्पतालों में डेंगू के 27 मामले दर्ज किए गए है। अभी तक डेंगू के कुल मामले 163 हो गए हैं। वहीं पिछले साल डेंगू के 158 केस देखने को मिले थे। साल 2021 में डेंगू के 40 और साल 2020 में डेंगू के 28 मामले थे। डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए एमसीडी ने बाढ़ प्रभावित और निचले इलाकों में फॉगिंग को तेज कर दिया है। डेंगू बुखार से संबंधित कोई भी लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टरों की सलाह लेना जरूरी है।
डॉक्टरों को कहना है कि यदि बुखार हो पहले 48 घंटे के भीतर डेंगू की जांच कराएं। पेनकिलर का प्रयोग अपनी मर्जी से ना करें। इस दौरान ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। शरीर को अच्छी तरह से ढंक कर रखें। पूरी बाजू का कपड़ा पहनें और मच्छरादानी लगाएं।