बॉलीवुड में जहां सूरों की मल्लिका लता मंगेशकर व आशा भोंसले जी की बात होती है, वहीं अल्का याज्ञनिक का नाम भी खूब फेमस है हालांकि उन सबके बीच अपनी जगह बना पाना अल्का के लिए इतना आसान नहीं था लेकिन कड़ी मेहनत के दम पर उन्होंने अपनी खास पहचान बनाई। खबरों की मानें तो वह हिंदी सिनेमा की सबसे ज्यादा गाने रिकॉर्ड करने वाली पांचवी प्लेबैक सिंगर है और उन्हें 7 बार फिल्मफेयर बेस्ट प्लेबैक सिंगर अवॉर्ड और 2 बार नेशनल अवार्ड भी मिल चुके हैं। प्रोफेशनल लाइफ में जहां उन्हें कई बुलंदिया हासिल हुई लेकिन पर्सनल लाइफ में वह परिवार से दूर भी हो गई। बहुत कम लोग ही अल्का की पर्सनल लाइफ के बारे में जानना चाहते हैं। चलिए, आपको उनकी लाइफस्टोरी के बारे में बताते हैं।
6 साल की उम्र में मिला था ऑल इंडिया रेडियो में गाने का मौका
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक गुजराती परिवार में जन्मी अल्का की मां शोभा याज्ञनिक भी भारतीय क्लासिकल सिंगर थीं। अल्का की शिक्षा कोलकाता में ही हुई। मां की तरह उनकी आवाज भी बेहद सुरीली थी इसलिए तो उन्हें छः साल की उम्र में ही ऑल इंडिया रेडियो के लिए गाने का मौका मिल गया था। जब अल्का 10 साल की हुईं तब वह अपनी मां के साथ मुंबई आ गईं। मुंबई आकर उनकी मां ने राजकपूर को एक खत लिखा था। उस खत के बाद जब राजकपूर ने अल्का की आवाज सुनी तो वह काफी प्रभावित हुे और उन्होंने ही प्यारे लाल से अल्का के लिए बात की।
सिंगिग में करियर बनाना नहीं था आसान
अल्का सिंगिग में ही अपना करियर बनाना चाहती थी लेकिन यह इतना आसान भी नहीं था क्योंकि उनके सामने भारत की सुर कोकिला लता मंगेश्कर और आशा भोसले थीं क्योंकि उस समय माहौल ऐसा था कि संगीत निर्देशक लता और आशा जी को छोड़कर किसी और पर विश्वास करने का रिस्क नहीं उठा सकते थे।हालांकि इसी बीच अल्का ने भी हार नहीं मानी। लगातार मेहनत करने के बाद उन्हें साल 1988 में आई फिल्म ‘तेजाब’ के लिए गाने का मौका मिला। उनका गाना ‘एक दो तीन’ इतना सुपरहिट हुआ कि वह रातों-रात स्टार बन गईं। बस उसके बाद उन्हें बॉलीवुड के कई बड़े प्रोजेक्ट मिल गए। अलका ज़्यादातर बॉलीवुड की फिल्मों के लिए ही गाती हैं। कहा जाता है कि वो अब तक करीब 700 फिल्मों के लिए करीब 20 हजार से ज्यादा गीत गा चुकी हैं लेकिन उनकी ये सक्सेस कही ना कही उनकी पर्सनल लाइफ को भी इंपेक्ट कर गई। दरअसल अल्का पूरी लाइफ अपने पति से दूर रही। उन्होंने एक बिजनेसमैन से शादी की थी।
पति से पहली मुलाकात हुई थी स्टेशन पर
अल्का याज्ञनिक और उनके बिजनेसमैन पति नीरज कपूर दोनों की पहली मुलाकात एक स्टेशन पर हुई थी। नीरज, अल्का की मां के दोस्त के भतीजे थे और दोनों मां-बेटी को स्टेशन पर रिसीव करने आए थे। जब भी अल्का मुंबई आती तो नीरज ही उन्हें रिसीव करने आते। धीरे-धीरे दोस्ती और दोस्ती से उनका रिश्ता प्यार में बदल गया। 1988 में जब अल्का का गाना एक-दो-तीन आया और अल्का एकदम स्टार बन गई तो दोनों ने डिसाइड किया कि अब वो अपने रिश्तेदारों को अपने रिश्ते के बारे में बताएंगे और दोनों ने ऐसा किया भी लेकिन परिवार को उनका रिश्ता मंजूर नहीं था। इस रिश्ते को मंजूरी ना देने की वजह दोनों का अलग अलग प्रोफेशन से होना था। परिवार का कहना था कि दोनों का प्रोफेशन अलग है और दोनों अलग अलग जगह से भी हैं इसलिए वह एक साथ सरवाइव नहीं कर पाएंगे। ऐसे में किसी एक को अपना करियर छोड़ना पड़ेगा।
इस वजह से दोनों ने लिए था अलग होने का फैसला
दरअसल नीरज, शिलांग के मशहूर बिजनेसमैन थे लेकिन दोनों ने अपने परिवार को शादी के लिए मना लिया और 1989 में शादी कर ली उसी साल अल्का ने एक बेटी को जन्म दिया। जिसका नाम सायशा रखा गया। अल्का की बेटी शुरू से ही मां के साथ ही मुंबई में ही रही लेकिन पिता से दूर रही। वह पिछले 27 सालों से अपने पति से अलग रह रही हैं। हालांकि इसके पीछे दोनों की लड़ाई नहीं है बस दोनों अपने अपने काम में बिजी रहे। दोनों ने यह फैसला किया था कि वो अपने-अपने काम पर फोकस करेंगे। अलग रहने के बाद भी दोनों के बीच रिलेशनशिप कायम है हालांकि ससुराल वालों से मिलने के लिए अल्का आती-जाती ही रहती हैं। अल्का ने अपनी बेटी सायशा की शादी भी कर दी है। अल्का याज्ञनिक ने अपने प्रोफेशन की खातिर परिवार से अलग सारी उम्र अकेले ही काट दी।