अफगानिस्तान से सात साल पहले भारत आई अफगानी महिला मुस्कान आज अपने राष्ट्र को टूटता-बिखरता देख अपने आंसू रोक नहीं पाती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि आज भी उनके परिवार वाले काबुल में मौजूद है और उनका भाई अफगान की फौज में शामिल है इस वह से मुस्कान को हर रोज अपने परिजनों की चिंता सताते रहती हैं।
भारत में महिला पुलिस ऑफिसर को देख कर मुझे रोना आता है
अफगानिस्तान में लोगों की जिंदगी के बारे में मुस्कान का कहना है कि वह दो सालों तक अफगान में पुलिस अफसर रहीं हैं लेकिन अब अफगान में फिर कोई महिला पुलिस अफसर भविष्य में होगी इसकी संभावना ना के बराबर है। मुस्कान ने कहा कि भारत में महिला पुलिस ऑफिसर को देख कर मुझे रोना आता है, मैं सोचती हूं एक दिन मैं भी ऐसे ही थी। अब वहां कभी महिला को हक नहीं मिलेगा।
मुस्कान का कहना है कि तालिबान बदल जाए ऐसा कभी संभव नहीं है। 20 साल पहले जैसे टॉर्चर करते थे वैसे अब भी करते हैं। औरत को काम पर जाने से, स्कूल जाने से रोकते हैं।
पाकिस्तान में हमारे लोगों के साथ ऐसा सुलूक होता था जैसा दुश्मन भी न करे
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान, अफगानिस्तान ने गुलामी की बेड़ियां तोड़ दी हैं। इसपर मुस्कान ने कहा कि कर्मा उनके साथ भी ऐसा करेगा। उन्होंने दरिंदे को हमारे पास भेजा है, उसका हिसाब उन्हें देना होगा। अफगानिस्तान से लोग पाकिस्तान काम के लिए जाते थे लेकिन उनके साथ ऐसा सुलूक होता था जैसा दुश्मन के साथ भी नहीं होता।
मेरे पति , माता पिता अब भी वहीं है
अपने परिजनों की चिंता जताते हुए मुस्कान ने कहा कि मेरा परिवार अब भी वहीं है। मेरे पति , माता पिता, सास ससुर , दोस्त सब वहीं हैं। वो लोग वहां शादी के लिए और घूमने फिरने गए थे। लेकिन अब उन लोगों का वीजा भी कैंसल कर दिया गया है। उनसे दोबारा मिलना किसी हसीन सपने से कम नहींं है।
तालिबान के पास नई तकनीक आई है जहां वो लोगों के फिंगरप्रिंट लेते हैं
मुस्कान ने बताया कि अफगान आर्मी के लीडर ने अपने सैनिकों से हथियार लेकर उन्हें बेबस कर दिया है। मेरी अभी भाई से बात नहीं हो पा रही है। आखरी दफा जब उनसे बात हुई तो उन्होंने संदेश दिया था कि अब हम ना मिल पाएं तो आप अपना ध्यान रखना, उन्होंने बताया था कि तालिबान के पास नई तकनीक आई है जहां वो लोगों के फिंगरप्रिंट लेते हैं।
भारत सरकार से अपील करते हुए मुस्कान कहती हैं कि अफगानी सिखों की तरह अगर वहां से हमारे लोगों को भी एयर लिफ्ट किया जाए तो बहुत एहसान होगा।
लोग अपने घरों में नहीं रह रहे हैं क्योंकि रात में तालिबानी घर की तलाशी लेते हैं
अफगान के मौजुदा हालातों पर मुस्कान का कहना है कि अभी वहां खाना पीना तक लोगों को नहीं मिल रहा है, उनकी उम्मीद थी कि भारत आए लेकिन वीजा कैंसल कर दिया है, वहां बिजली नहींं है, इंटरनेट कभी आ रहा है कभी बंद कर दिया जाता है।लोग अपने घरों में नहीं रह रहे हैं क्योंकि रात में तालिबानी घर की तलाशी लेते हैं और दस्तावेज निकाल पर पूछते हैं कितने सदस्य हैं और कहां कहां हैं ?
मुस्कान ने महिलाओं की स्थिति के बारे में बताया कि अफगानी महिलाएं बालकनी में तक खड़ी नहीं हो सकती हैं। तालिबानी बालकनी में महिला के खड़े होने पर आपत्ति करता है।