अफगानिस्तान में तालिबानी राज के चलते महिलाओं को बहुत कुछ सहना पड़ रहा है। तालिबान की क्रूरता और दरिंदगी से पूरी दुनिया वाकिफ है। यही वजह है कि लोग , खासकर महिलाएं वहां से बचकर भागने की कोशिश कर रही हैं। वहीं, हाल ही में तालिबानी के चुंगल से बचकर निकली महिला पुलिसकर्मी ने उनकी घिनौनी सच्चाई बताई। उन्होंने खुलासा किया कि तालिबान ने या तो महिलाओं को उठाया या उनकी वासना को पूरा करने के लिए उन्हें गोली मार दी।
डेड बॉडी के साथ भी बनाते हैं संबंध
दरअसल, अफगानिस्तान से दिल्ली आईं मुस्कान कभी काबुल पुलिस में काम कर चुकी हैं। लेकिन तालिबानियों के खौफ की वजह से उन्हें देश छोड़ना पड़ा। उन्होंने बताया कि तालिबानी इतने वहशी हैं कि वो महिलाओं की लाशों को भी नहीं छोड़ते और उनके साथ संबंध बनाते हैं। वह अफगानिस्तान के हर घर से एक लड़की चाहती हैं। लाशों के साथ यौन संबंध बनाने की प्रथा को 'नेक्रोफिलिया' कहा जाता है, जिसकी आड़ में तालिबानी लड़कियों को अपनी हवस का शिकार बना रहे हैं।
लड़कियों को काम पर ना जाने की मिलती है धमकी
उसने कहा कि जिहादी समूह द्वारा उसकी जान को खतरा था। जब वह वहां (अफगानिस्तान) थी, तो उसे कई चेतावनियां मिलीं। अगर वह काम पर जाती थी, तो उसे धमकी दी जाती थी कि काम पर जाओगी तो आपके परिवार को खतरा है और आप खतरे में हैं। वह औरतों को एक वॉर्निंग देते हैं और अगर कोई उनका हुकुम नहीं मानता तो उसे उठाकर ले जाते हैं या सिर में गोली मार देते हैं इसलिए उसे अपनी नौकरी छोड़ देश से भागना पड़ा।
महिला पुलिसकर्मी ने बताई खौफनाक सच्चाई
उन्होंने अपने साथ काम करने वाली एक महिला के साथ हुए खौफजदा किस्से को भी बयां किया। उन्होंने कहा, ''उन्होंने मेरी सहकर्मी को अगवा करके दरिंदगी की। उसकी डेड बॉडी के साथ भी संबंध बनाएं। उन्हें इस बात की परवाह नहीं थी कि वह व्यक्ति मर गया या जिंदा है। फिर शव परिवार को लौटाते हुए किसी को ना बताने की धमकी दी। क्या आप इसकी कल्पना कर सकते हैं?'' उन्होंने कहा कि अगर कोई महिला सरकार के लिए काम करती है तो उनका अंजाम भयानक होगा।
ऐसा है तालिबानियों का चरित्र
उन्होंने कहा कि वो हर घर से एक लड़की चाहती हैं। यहां तक कि वो 10-12 साल की लड़कियों को उठा लेते हैं। वो मीडिया के सामने झूठ बोल रहे हैं कि हम बदल चुके हैं। यह सिर्फ एक दिखावा है। वो लड़कियों को दवाई देकर ताबूत में रखते थे और डेडबॉडी को पाकिस्तान भेज देते हैं। तालिबान कहते हैं कि वो इन लड़कियों से अपने आतंकियों का निकाह करवाना चाहता है लेकिन वो इन्हें गुलाम बनाकर रखते हैं, ताकि वो जब चाहें लड़कियों से शारीरिक संबंध बना पाएं।