ओमिक्रॉन वैरिएंट के भारत में दस्तक देने के बाद तीसरी लहर का खतरा मंडराने लगा है। ऐसे में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया लोगों को इस संकट से बचाने के लिए बूस्टर डोज लाने की तैयारी कर रहा है। कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि देश में टीके का पर्याप्त भंडार है और संक्रमण के नए स्वरूप को देखते हुए बूस्टर खुराक की जरूरत है।
हमारे पास दो करोड़ से ज्यादा खुराक: पूनावाला
अदार पूनावाला ने एक मीडिया चैनल से कहा कि ओमिक्रॉन पर हो रहे शोध को पूरा होने में एक से दो सप्ताह का समय लगेगा। हम नतीजों का इंतजार कर रहे हैं अगर जरूरत पड़ी तो हम नया टीका तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे पास दो करोड़ से ज्यादा खुराक अभी मौजूद हैं, सरकार घोषणा करती है तो हम उसे उपलब्ध कराएंगे।
सीरम इंस्टीट्यूट ने बूस्टर डोज को लेकर मांगी इजाजत
हाल ही में, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने औषधि नियामक से कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ बूस्टर खुराक के रूप में कोविशील्ड के लिए मंजूरी मांगी है। कंपनी की तरफ से कहा गया है कि जब पूरा विश्व महामारी के हालात के जूझ रहा है ,कई देशों ने कोविड-19टीके की बूस्टर खुराक देनी शुरू कर दी है।
लोग बूस्टर खुराक की कर रहे मांग
पूनावाला ने कहा कि हमारे देश के लोग साथ ही दूसरे देशों के लोग जिन्हें कोविशील्ड की दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं,वे लगातार हमारी कंपनी से बूस्टर खुराक की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप जानते हैं कि अब हमारे देश में कोविशील्ड की कोई कमी नहीं है और महामारी के जारी हालात तथा संक्रमण के नए स्वरूप सामने आने के बाद ऐसे लोग बूस्टर खुराक की मांग कर रहे हैं जिन्हें टीके की दोनों खुराक दी जा चुकी हैं।
क्या है बूस्टर शॉट
बूस्टर शॉट वह है जो किसी खास पैथोजेन के खिलाफ किसी की इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए दिया जाता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, कोरोना वक्सीन की पहली खुराक इम्यून सिस्टम को उत्तेजित करती है और दूसरी खुराक इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हुए ज्यादा एंटीबॉडी का उत्पादन करती है। वहीं बूस्टर शॉट शरीर को वायरस या बैक्टीरिया का पता लगाने और उनकी रक्षा करने के लिए प्रशिक्षित करते हैं।