नारी डेस्क: हर साल 14 अप्रैल को भारत में भारतीय संविधान के निर्माता और समाज सुधारक डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती धूमधाम से मनाई जाती है। इस साल यह खास दिन सोमवार को पड़ रहा है, जिससे लोगों को एक लंबा वीकेंड भी मिलेगा। अंबेडकर जयंती के अवसर पर कई राज्यों और दिल्ली में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है, जिससे आम जीवन पर असर पड़ेगा।
दिल्ली में रहेगा पब्लिक हॉलिडे
दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने अंबेडकर जयंती के अवसर पर सभी सरकारी दफ्तरों, स्वायत्त निकायों और सार्वजनिक उपक्रमों में छुट्टी की घोषणा की है। इसका मतलब यह है कि राजधानी में सोमवार को सरकारी कामकाज बंद रहेगा।
बैंकिंग सेवाओं पर असर
दिल्ली और कई अन्य राज्यों में सभी सरकारी और निजी बैंक बंद रहेंगे। हालांकि, डिजिटल बैंकिंग सेवाएं जैसे एटीएम, इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग सुचारु रूप से कार्य करती रहेंगी।
स्कूल, कॉलेज और शिक्षण संस्थान बंद
अंबेडकर जयंती के अवसर पर सभी सरकारी और निजी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। इस दिन छात्रों और शिक्षकों को भी छुट्टी मिलेगी।

क्या प्राइवेट ऑफिस भी बंद रहेंगे?
दिल्ली में प्राइवेट ऑफिसों की छुट्टी का निर्णय कंपनी के मैनेजमेंट पर निर्भर करेगा। कुछ कार्यालय खुले रह सकते हैं, जबकि कुछ बंद रहेंगे।
आवश्यक सेवाएं खुली रहेंगी
राशन की दुकानें, जनरल स्टोर्स और अस्पताल जैसी आवश्यक सेवाएं चालू रहेंगी। हालांकि, कुछ अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं बंद हो सकती हैं, इसलिए पहले से जानकारी लेना बेहतर होगा।
अंबेडकर जयंती क्यों मनाई जाती है?
डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को हुआ था। वह भारतीय संविधान के निर्माता थे और उन्होंने सामाजिक समानता, दलित अधिकारों, और शिक्षा के प्रसार के लिए जीवनभर संघर्ष किया। आज उनका जन्मदिन समानता, न्याय और शिक्षा के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।