जहां 60-70 के बाद ही लोगों के हाथ-पैर जवाब दे जाते हैं और वहबिस्तर पकड़ लेते हैं। वहीं एक दादी मां 100 साल की उम्र में भी खुद का बिजनेस कर रही हैं। जी हां, केरल के थ्रीसूर जिले में की रहने वाली पद्मावती नायर 100 साल की उम्र में हैंड प्रिटेंड साड़ियां बनाकर अपनी शौक पूरा कर रही हैं।
रोजाना 3 घंटे करती है डिजाइनिंग का काम
पद्मावती नायर 100 साल की उम्र में भी रोजाना 3 घंटे साड़ियों पर डिजाइन और पेंट करती है। उनका कहना है कि इस काम से उन्हें संतुष्टि मिलती है। साड़ियों पर बारिकी से किया गया काम देखकर कोई इस बात अंदाजा लगा सकता कि उसे किसी बुजुर्ग महिला ने बनाया है।
खुद करती हैं लेआउट से लेकर रंग भरने का काम
वह लेआउट से लेकर प्रिंट, डिजाइनिंग व उसमें रंग भरने तक का काम खुद अपने हाथों से डिजाइन करती है। उनकी बेटी लता और बहू है जो उनके लिए साड़ियां लेकर आती है। बता दें कि वडक्कानचेरी में जन्मीं 100 साली की दादी पद्मावती का मानना है कि "अपने आप में व्यस्त रहें और किसी दूसरे की जिंदगी में हस्तक्षेप न करें।”
11,000 रुपए है एक साड़ी की कीमत
उनकी बेटी ने बताया कि पद्मावती एक साड़ी बनाने में एक महीने का समय लेती है। वह साड़ियों की ब्रिकी से होने वाली कमाई को अपनी खुशी से पोते पर खर्च कर देती हैं। उनकी बनाई एक साड़ी की कीमत करीब 11,000 रुपए तक होती है। वहीं, वह दुपट्टे पर भी प्रिंटिंग का काम करती हैं, जिसकी कीमत 3000 रुपए होती है।
लेटेस्ट होते हैं साड़ियों के डिजाइन्स
खास बात यह है कि दादी द्वारा डिजाइन किए गए डिजाइन्स बिल्कुल मॉर्डन होते हैं, जो ग्राहकों को जल्दी पसंद आ जाते हैं। वह सोशल मीडिया समेत व्हाट्सएप आदि के जरिए अपनी साड़ियों की प्रमोशन करती हैं।
हर समय एक्टिव और प्रोडक्टिव रहने वाली 100 साली की दादी ने साबित कर दिया कि शौक आपकी बढ़ती उम्र के साथ खत्म नहीं होते। पद्मावती नायर हर उस शख्स के लिए प्रेरणा हैं, जो बढ़ती उम्र में अपने सपनों को पीछे छोड़ देते हैं।