नारी डेस्क: विश्व पर्यटन दिवस हर साल 27 सितंबर को दुनिया भर में मनाया जाता है। इसे मनाने का उद्देश्य पर्यटन के महत्व और इसके सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक योगदान के प्रति जागरूकता फैलाना है। अगर आप भी इस दिन को खास बनाना चाहते हैं तो बच्चों को ऐसी जगहों पर ले जाएं, जहां वे प्रकृति की खूबसूरती को महसूस कर सकें और पर्यावरण के प्रति जागरूक हो सकें। World Tourism Day पर जानते हैं ऐसी जगहों के बारे में जहां घुमाने से बच्चों की पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और वे प्रकृति के महत्व को समझ पाएंगे।
राष्ट्रीय उद्यान (National Parks)
काज़ीरंगा नेशनल पार्क (असम): यहां बच्चे वन्यजीवों को करीब से देख सकते हैं, जैसे एक सींग वाले गैंडे, हाथी और हिरण। बच्चों को जंगल सफारी का अनुभव कराना रोमांचक होगा।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क (उत्तराखंड): यहां के जंगल और वन्यजीव जैसे बाघ, हाथी और पक्षी बच्चों के लिए रोमांचक हो सकते हैं।
वन्यजीव अभयारण्य (Wildlife Sanctuaries)
भारतपुर बर्ड सैंक्चुअरी (राजस्थान): यहाँ विभिन्न प्रकार के पक्षियों की प्रजातियों को देखकर बच्चों को पक्षियों के बारे में जानने का मौका मिलेगा। नेचर वॉक कराते समय बच्चे पर्यावरण की सुंदरता को करीब से देख सकते हैं।
सुंदरबन (पश्चिम बंगाल): यह क्षेत्र रॉयल बंगाल टाइगर और मगरमच्छों के लिए मशहूर है। यहां की जैव विविधता बच्चों को नेचर के प्रति आकर्षित करेगी।
पहाड़ और हिल स्टेशन
मनाली (हिमाचल प्रदेश): बर्फ से ढके पहाड़, हरी-भरी घाटियां और साफ हवा बच्चों को प्रकृति के करीब ले आएगी। मनाली की सैर करते हुए बच्चे पहाड़ों की खूबसूरती और ताजगी को महसूस कर सकेंगे।
मसूरी (उत्तराखंड): यह शांतिपूर्ण हिल स्टेशन बच्चों को प्रकृति की गोद में समय बिताने का शानदार अनुभव देगा। हरे-भरे पेड़ और ठंडी हवाएँ उन्हें आकर्षित करेंगी।
वन और हरे भरे बागान (Forests and Plantations)
मावलिननोंग (मेघालय): भारत के सबसे साफ गांव में बच्चों को साफ-सफाई और प्रकृति के साथ संतुलन बनाए रखने का महत्व सिखाया जा सकता है।
चाय के बागान (दार्जिलिंग): यहां के चाय बागान बच्चों के लिए एक अद्भुत अनुभव होगा। उन्हें चाय की पत्तियों को तोड़ने की प्रक्रिया दिखाकर खेती के महत्व के बारे में सिखाया जा सकता है।
प्राकृतिक उद्यान (Botanical Gardens
लालबाग बॉटनिकल गार्डन (बेंगलुरु): यहां बच्चे विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों को देख सकते हैं और उन्हें प्रकृति की विविधता का ज्ञान मिलेगा।
एडवेंचर और नेचर पार्क्स : बच्चे एडवेंचर एक्टिविटीज़ और नेचर वॉक का लुत्फ उठा सकते हैं, जैसे ट्रेकिंग और कैनोइंग, जिससे उन्हें पर्यावरण के प्रति लगाव बढ़ेगा।