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दुनिया का सबसे Premature Baby, हर मुश्किल पार कर मनाया पहला बर्थ-डे

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 22 Jun, 2021 10:55 AM
दुनिया का सबसे Premature Baby, हर मुश्किल पार कर मनाया पहला बर्थ-डे

एक स्वस्थ बच्चा पैदा होने में पूरे 9 महीनों का समय लेता है लेकिन कुछ बच्चे समय से पहले हो जाते हैं जिसे मेडिकल भाषा में प्रीमैच्योर बेबी कहा जाता है। डॉक्टर की मानें तो 7 महीने या उससे कम समय में जन्म लेने वाले बच्चों के बचने की संभावना काफी कम होते हैं। मगर, हाल ही में दुनिया के सबसे प्रीमौच्चोर बच्चे ने अपना पहला बर्थ-डे सेलिब्रेट किया।

दुनिया का सबसे Premature Baby

अमेरिका, मिनेसोटा राज्‍य के मिनियापोलिस (Minneapolis) शहर में रिचर्ड स्कॉट हचिंसन (Richard Scott Hutchinson) का जन्म समय से 5 महीने पहले हुआ था। जन्म के समय उनका वजन 1 पाउंड से भी कम था, जिसके कारण उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बुक्स में भी शामिल हो गया। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार, इस महीने की शुरुआत में 5 जून को दुनिया के सबसे प्रीमैच्योर बच्चे ने अपना पहला जन्मदिन मनाया।

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आधा कि.लो. से कम का था वजन

गिनीज ने कहा कि अपेक्षित नियत तारीख से 131 दिन पहले जन्मे और सिर्फ 11.9 औंस वजन वाले रिचर्ड इतने छोटे थे कि उनके माता-पिता उन्हें हाथों की एक हथेली में पकड़ सकते थे। रिचर्ड की मां बेथ हचिंसन ने रिचर्ड के विश्व रिकॉर्ड तोड़ने के बारे में कहा, "यह वास्तविक नहीं लगता है। हम अभी भी इसके बारे में हैरान हैं। लेकिन हम खुश हैं। यह एक तरीका है जिससे हम समय से पहले जन्म के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए उनकी कहानी साझा कर सकते हैं।"

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0% थी जीवित रहने की संभावना

रिचर्ड का कहना है कि मेडिकल कॉम्‍प्‍लीकेशंस के कारण उन्हें बच्‍चे को समय से पहले ही जन्म देना पड़ा। बच्चे की हालत देखकर डॉक्टरों को आशंका थी कि वह ज्यादा समय तक जी नहीं पाएगा। बेबी का ट्रीटमेंट करने वाली नियोनेटोलॉजिस्ट डॉ स्टेसी केर्न ने पेरेंट्स से कहा था कि बच्‍चे के जीवित रहने की संभावना 0% है। मगर, उसने सभी बाधाओं को पार करते हुए अपना पहला जन्मदिन सेलिब्रेट किया।

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कोरोना ने बढ़ाईं मुश्किलें

काल काल में रिचर्ड के पेरेंट्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा क्योंकि वह प्रतिबंधों के कारण बच्चे के साथ हॉस्पिटल में नहीं रुक सकते थे। ऐसे में वह सिर्फ हॉस्पिटल तक ही जाते थे लेकिन 6 महीने हॉस्पिटल में रहने के बाद डॉक्टरों ने दिसंबर 2020 में रिचर्ड को घर लेजाने की अनुमति दे दी।

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