कहते हैं इंडिया डिजिटल हो रहा है। इससे लोगों को बहुत मुनाफा है। जरूरी नहीं है जेब में कैश कैरी करने की। बस फोन में अपना पासवर्ड डाला और कर दी ऑनलाइन ट्रांजेक्शन। हालांकि पेमेंट के नई तकनीकों के चलते ऑनलाइन फ्रॉड भी बढ़ता जा रहा है। देश में आसे कई गिरोह सक्रिय हैं जो कई मासूम लोगों को हर रोज अपना शिकार कर रहे हैं जो technology के मामले में बहुत कमजोर हैं। जरा सी चूक और वो आपका सारा बैंक अकाउंट खाली कर सकते हैं। हाल ही में ऐसा मामला गूजरात में देखने को मिला, जहां एक 24 साल की मितिशा सेठी जो की पेश से फैशन डिजाइनर हैं के बैंक अकाउंट से 1.38 लाख रुपये साफ कर दिए गए। खबरों की मानें तो पीड़िता ने अपने कपड़े स्टिच करने के लिए टेलर को दिए थे। कपड़े तैयार करने के बाद टेलर ने उन्हें कहा कि ड्रेस डिलीवरी के लिए भेज दिया है।
वहीं कोरियक कंपनी के माध्यम से डिलीवरी होने वाली थी। टेलर द्वारा दी गई कोरियर के लिंक से लो ऑर्डर को ट्रेस कर कही थी।
पीड़िता मितिशा का कहना है कि, ' 11 मई को मुझे अचानक याद आया कि पालडी नामक टेलर को मैंने ड्रेस स्टिच करने के लिए दी थी। टेलर ने कहा कि वो पहले ही कपड़े को भेज चुका है क्योंकि मुझे ऑर्डर दो दिन बाद तक भी नहीं मिला था इसलिए मैंने गूगल पर उसे ट्रेस करना शुरू किया।’ कोरियर कंपनी की वेबसाइट पर जाकर ऑर्डर ट्रेस करने के कुछ मिनट बाद पीडि़ता को एक फोन आया। शख्स ने उसे खुद को कोरियर कंपनी का कर्मचारी बताया।
बताया गया कि पांच रुपये की पेमेंट करने के बाद पार्सल की डिलीवरी कर दी जाएगी। पेमेंट के लिए लिंक शेयर किया गया। मितीशा ने पेमेंट कर दी।लेकिन कुछ मिनटों के बाद जब दूसरी बार ट्रांजेक्शन हुआ तो उन्हें फ्रॉड होने का शक हुआ। जिसके बाद कुछ समय के लिए अपना बैंक अकाउंट ही डिएक्टिवेट कर दिया।
वहीं इसके कुछ दिनों बाद जब मितीशा ने एक ट्रांजेक्शन करने की कोशिश की तो पता चला की बैंक में बैलेंस कम है। वहीं बैंक जाकर पता करने पर पता चला की बैंक से 4 बार करके 1.38 लाख रूपये निकाले जा चुके हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है।