ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं की मौत के प्रमुख कारणों में से एक हैं। इस जानलेवा बीमारी के बारे में महिलाएं कितना कम जागरूक हैं, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 59 प्रतिशत महिलाओं को इस कैंसर के बारे में पता आखिरी स्टेज पर चलता है। ये हम नहीं कह रहे, बल्कि इसका खुलासा हाल की हुई स्टडी में हुआ है। स्टडी में कहा गया है कि महिलाओं को जब तक अहसास होता है कि वो ब्रेस्ट कैंसर से ग्रसित हैं, तब तक कैंसर ब्रेस्ट के बाहर lymph nodes के आसपास तक फैल चुका होता है।
जेएएमए ऑन्कोलॉजी जर्नल (JAMA Oncology journal) की एक स्टडी में भारत में ब्रेस्ट कैंसर के diagnosis को परखा गया है...
- 11 % महिलाओं को अपने ब्रेस्ट कैंसर का पता advanced stage पर ही चलता है।
- 30 % को तब पता चलता है जब वो लोकल स्टेज यानी शुरुआती स्टेज पर होता है।
- वहीं 59 % को अपने ब्रेस्ट कैंसर के बारे में तब पता चलता है जब regional स्टेज पर होता है। मतलब कैंसर की कोशिकाएं ब्रेस्ट से बाहर आसपास के lymph nodes तक भी फैल चुका होता है।
ये होते हैं ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
गांठ बनना
अंडरआर्म और उसके आसपास गांठ महसूस होना ब्रेस्ट कैंसर का सबसे बड़ा संकेत होता है। इसे कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
ब्रेस्ट के आकार में परिवर्तन
ब्रेस्ट के आकार, त्वचा या बनावट में परिवर्तन होना ब्रेस्ट कैंसर का संकेत हो सकता है।
निपल्स से Unusual discharge
ब्रेस्ट कैंसर का एक और महत्वपूर्ण संकेत निप्पल क्षेत्र से असामान्य तरीका का discharge होना है। ये पानी की तरह सफेद हो सकता, खून की तरह लाल और पीले रंग का भी हो सकता है।
कॉलरबोन में सूजन
कॉलरबोन या अंडरआर्म में पास सूजन ब्रेस्ट कैंसर का संकेत हो सकता है। इसका मतलब ये हो सकता है कि ब्रेस्ट कैंसर लिम्फ नोड्स में फैला हो सकता है।
दर्द
ब्रेस्ट के पास गांठ और दर्द महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
ब्रेस्ट कैंसर के खिलाफ जागरूक रहने के लिए खुद भी Self Breast Examination में आना चाहिए, ताकि देर होने से पहले ही आप अपना इलाज करवा सकें....
घर पर ऐसे करें Breast Examination
स्टेप 1: हर महीने एक बार अपने ब्रेस्ट का Examination करें। हर महीने पीरियड्स के बाद ब्रेस्ट का Examination करें ।
स्टेप 2: शीशे के सामने खड़े होकर ब्रेस्ट के आकार, आकृति या स्किन की बनावट पर दौर करें, की कहीं कोई बदलाव तो नहीं आया है।
स्टेप 3: हाथों को ऊपर की ओर करें देखें ब्रेस्ट के आकार में कोई फर्क आया हो तो।
स्टेप 4 : जिस ब्रेस्ट की जांच कर रहे हैं, उस तरफ अपने कंधे के नीचे एक छोटा तकिया रखें और पीठ के बल लेट जाएं। अब दूसरे हाथ में पूरे ब्रेस्ट पर circular और clockwise motion में हाथ फेरें , ताकि गांठ का पता चल सके।
कोई भी गांठ महसूस हो या ब्रेस्ट के आकार, texture में कुछ अलग दिखे तो एक्सपर्ट से सलाह लें। बता दें ब्रेस्ट कैंसर के खिलाफ जागरूकता ही, बीमारी से निजात पाने का सबसे बड़ा कदम है। जितनी जल्दी आपको ब्रेस्ट कैंसर का पता चलेगा, उतनी ही बचाव और बेहतर उपचार की गुंजाइश होती है।