बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त लंग कैंसर से जूझ रहे हैं, जिसके बारे में उन्हें बीते दिनों पता चला जब सांस लेने में दिक्कत और छाती में दर्द होने के कारण उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। फिलहाल संजय लंग कैंसर का ट्रीटमेंट करवाने के लिए सिंगापुर जा रहे हैं।
बता दें कि संजय दत्त लंग कैंसर की तीसरी स्टेज पर है, जिसमें जान का खतरा भी रहता है। फेफड़ों में होने वाला यह कैंसर सिर्फ शराब और सिगरेट पीने से ही नहीं बल्कि अनुवांशिक, गलत खान-पान, एक्सरसाइज ना करना, प्रदूषण के कारण भी हो सकता है। हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि संजय को लंग कैंसर किस वजह से हुआ है।
कैसे पनपता है कैंसर?
शरीर लगातार पुरानी सेल्स को रिप्लेस कर नई कोशिकाओं का निर्माण करता रहता है। शरीर में रोजाना करीब 40 हजार कोशिकाओं डेड कोशिकाओं को रिप्लेस करता है। मगर, कई बार एक ही कोशिका लगातार बढ़ती रहती है, जो धीरे-धीरे कैंसर का रुप ले लेती है।
लंग कैंसर की तीसरी स्टेज क्या है?
-किसी भी कैंसर की 3 अवस्था होती है, पहली स्टेज में ट्यूमर सिर्फ फेफड़े तक ही रहता है।
-दूसरी स्टेज में ट्यूमर एक फेफड़े के अलावा कॉलरबोन के ऊपर लिम्फ नोड्स और सीने में फैल जाता है लेकिन वो दूसरे अंगों में नहीं पहुंचता।
-तीसरी स्टेज में कैंसर शरीर के दूसरे अंगों को भी अपनी चपेट में ले लेता है जबकि लंग कैंसर के मामले में ऐसा नहीं है। इसमें कैंसर लिंफ नोड और लंग्स में ही फैलता है और दूसरे अंगों तक नहीं पहुंचता। यही वजह है कि लंग कैंसर को स्थानिय बीमारी भी कहा जाता है।
-लंग कैंसर की आखिरी और चौथी स्टेज सबसे खतरनाक मानी जाती है क्योंकि दूसरे अंगों तक भी फैलना शुरू हो जाता है। इससे जान जाने का खतरा भी रहता है।
ऐसे होता है लंग कैंसर की स्टेज-3 का इलाज
कैंसर का इलाज इसपर निर्भर करता है कि वो किस जगह और कितना बड़ा है। इसके अलावा डॉक्टर पेशेंट की उम्र देखकर भी इलाज करते हैं, जिसमें सर्जरी, लेजर थेरपी, कीमोथेरपी, रेडिएशन थेरपी, इंडोस्कोपिक स्टेंट और इम्युनोथेरपी शामिल है।
इन बातों का रखें ध्यान
. प्रदूषण से बचें और एक दिन में 8-9 गिलास पानी जरूर पीएं।
. डाइट में हरी सब्जियां, जूस, फल जैसी हैल्दी चीजें लें।
. सबसे जरूरी बात स्मोकिंग, शराब, तंबाकू, ई-सिगरेट और अन्य नशीली वस्तुओं से जितना हो सके दूर करें।
. रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज व योग जरूर करें।
संजय दत्त को कितना खतरा
डॉक्टरों की मानें तो इस स्थिति में बचने के चांसेज काफी ज्यादा होते हैं, बस मरीज को अपने लाइफस्टाइल और डाइट का खास ख्याल रखना पड़ता है। डॉक्टर्स के अनुसार, सही समय पर इलाज करवाने पर संजय जल्दी रिकवरी कर सकते हैं।