हमारी यंग जैनरेशन थकान से बहुत अधिक परेशान रहती है। हालांकि इस थकान की वजह बहुत अधिक शारीरिक श्रम करना नहीं बल्कि ऐसा न करना है। यंगस्टर्स एक जगह पर बैठे रहने वाले या खड़े रहने वाले काम में व्यस्त रहते हैं या फिर ऐसे काम अधिक कर रहे हैं, जिनमें वे मानसिक रूप से पस्त हो जाते हैं लेकिन शारीरिक रूप से एक कैलोरी भी कंज्यूम नहीं होती। ऐसी स्थिति में रोज की थकान, स्ट्रैस, चिड़चिड़ापन आदि होना आम बात है। अगर आप भी ऐसी किसी समस्या से परेशान हैं तो इन तेलों की मसाज जरूर कराकर देखें।
लैवंडर ऑयल
लैवंडर ऑयल की खुशबू मन को शांत करती है। इससे हमारा मैंटल स्ट्रैस लूज होता है। इसकी स्वीट स्मैल सूदिंग और बेहद रिलैक्सिंग होती है। इससे मसाज करने के लिए आप दो चम्मच कैस्टर ऑयल लें और उसमें असैंशियल लैवंडर ऑयल की कुछ बूंदें मिला लें। तैयार मिक्स ऑयल से पूरी बॉडी की मसाज लें। सिर्फ तनाव और थकान ही नहीं, बल्कि स्किन से एक्ने की समस्या भी दूर हो जाएगी।
कैमोमाइल ऑयल
कैमोमाइल ऑयल को देसी भाषा में बबूने का फूल कहते हैं। मार्कीट में दो तरह का कैमोमाइल ऑयल आता है, जिसे बॉडी पर अप्लाई किया जा सकता है। ये हैं रोमन कैमोमाइल ऑयल और जर्मन कैमोमाइल ऑयल। दोनों ही स्किन के लिए बेहतरीन हैं और थकान उतारने के लिए लाजवाब। महिलाओं में तो यह तेल पीरियड्स के दौरान होने वाले क्रैंप्स में बहुत राहत देता है।
यूकलिप्टस ऑयल
पिपरमिंट ऑयल की तरह ही यूकलिप्टस ऑयल भी दिमाग और शरीर की थकान, दर्द और ऐंठन में राहत दिलाने वाला होता है। यह शरीर की सूजन को कम करता है और अपनी एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज के कारण स्किन को हैल्दी बनाए रखता है।
रोजमैरी ऑयल
रोजमैरी असैंशियल ऑयल को पुराने वक्त में याददाश्त बढ़ाने की औषधि के रूप में भी उपयोग किया जाता था। इस बात से आप समझ सकते हैं कि कितना उपयोगी है यह तेल। रोजमैरी ऑयल की भाप लेने से सिरदर्द में तुरंत आराम मिलता है। यह जोड़ों के दर्द में राहत देने का काम भी करता है। यानी ऑफिस की पूरी थकान एक पल में गायब।
पुदीने का तेल
मेंथॉल की उपस्थिति के कारण पिपरमिंट ऑयल की स्मैल दिमाग को तुरंत शांति देती है। यह ऑयल थकान उतारने के साथ ही पेट दर्द, पेट में ऐंठन, महिलाओं में पीरियड्स पेन, सिर दर्द, कमर के निचले हिस्से में दर्द आदि से तुरंत राहत देता है।
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