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तालिबान के दावे निकले खोखले, बुर्का न पहनने पर महिला को ऑन द स्पॉट मारी गोली

  • Edited By Anu Malhotra,
  • Updated: 19 Aug, 2021 05:07 PM
तालिबान के दावे निकले खोखले, बुर्का न पहनने पर महिला को ऑन द स्पॉट मारी गोली

अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान भले ही अपनी नई छवि बनाने की कोशिश कर रहा हो लेकिन वहां के स्थानीय लोगों को तालिबान पर जरा सा भी विश्वास नहीं है। अफगानिस्तान में तालिबान शासन लागू करते ही उसने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है। 

दरअसल, तालिबान ने अपनी पहली प्रैस कांफ्रेस में महिलाओं को बुर्का पहनना जरूरी बताया था वहीं  इसी बीच एक महिला जब बिना बुर्के के सड़क पर दिखाई दी, तो उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
 

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महिला के बुर्का न पहनने पर ऑन द स्पॉट मारी गोली 
अफगानिस्तान की सड़कों तालिबान के लड़ाके गाड़ियों और बाइकों से खुलेआम घूम रहे हैं। शरिया कानून के मुताबिक उन्हें जो भी गलत दिखता है, वे ऑन द स्पॉट गोली मार रहे है। इसी सिलसिले में तालिबानियों ने एक महिला को बुर्का न पहनने के जुर्म में सड़क पर ही गोली मार दी।

बुर्का न पहनने की सज़ा मौत
तालिबानियों का शासन आने के बाद से ही अफगानी महिलाएं खौफ के साए में है। इसी बीच अफगानिस्तान के तखार प्रांत से ये नया मामला सामने आया है कि यहां के तालोक़ान में एक महिला बिना बुर्का के सड़क पर जैसे ही तालिबानी लड़ाकों को दिखी, उन्होंने उसे आन द स्पाॅट गोली मार दी।

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लड़ाके सड़क पर घूम-घूमकर देख रहे महिलाएं 
एक न्यूज़ पोर्टल के अनुसार,  खून से सनी पड़ी महिला और उसके आस-पास खड़े तालिबानियों की तस्वीर प्रकाशित की है। इस तस्वीर के बाद से अफगानी महिलाओं में खौफ और बढ़ गया है। इतना ही नहीं ये लड़ाके सड़क पर घूम-घूमकर देख रहे हैं कि महिलाएं कहीं भी बिना बुर्के के और अकेले जाती नहीं दिखें।

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 बता दें कि इससे पहले तालिबान के प्रवक्ता ने कहा था कि हम अमन शांति से सरकार चलाएंगे, महिलाओं को सुरक्षा देंगे और सभी विरोधियों को माफ करेंगे लेकिन इस बीच यह घटना इन सब वादों को खोखला साबित कर रही है।

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अफिगानिस्तान में बढ़ी बुर्का की बिक्री 
वहीं बता दें कि तालिबान के आते ही अफिगानिस्तान में बुर्का की बिक्री बढ़ गई है। महिलाएं और लड़कियां अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। हालात यहां तक आ पहुंचे है कि अफगानिस्तान में माएं अपने बच्चों को विदेशी सैनिकों के हाथ में सौंप रही हैं, ताकि वे तालिबान के खौफनाक सजाओं से बच सकें।

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