नारी डेस्कः पैरों में सूजन होना अक्सर आम समझ लिया जाता है। लोगों को लगता है कि वो ज्यादा देर खड़े रहते हैं या फिर पैर लटकाए बैठे रहते हैं इसलिए पैरों में सूजन आती है लेकिन बता दें कि पैरों में सूजन (Edema) सिर्फ थकान या लंबे समय तक खड़े रहने का असर नहीं होती, बल्कि यह कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत भी हो सकती है। यह सूजन अक्सर टखनों, पांव और कभी-कभी जांघ तक फैल जाती है।
पैरों में सूजन देने वाली प्रमुख बीमारियां
1. हृदय संबंधी समस्या (Heart Disease)
दिल की पंपिंग क्षमता कमजोर होने पर शरीर में तरल पदार्थ जमा हो जाते हैं। सूजन खासकर टखनों और पैरों में दिखाई देती है।
लक्षण: सांस लेने में कठिनाई, थकान, रात में बार-बार पेशाब।
2. किडनी की बीमारी (Kidney Disease)
किडनी शरीर से अतिरिक्त पानी और नमक निकालने में असमर्थ हो जाती है। पैरों और आंखों के नीचे सूजन आम होती है।
लक्षण: पेशाब में बदलाव, थकान, हाई ब्लड प्रेशर।
3. जिगर (Liver) की समस्या
लीवर की गंभीर बीमारी या सिरोसिस में शरीर में तरल पदार्थ जमा हो जाते हैं। पेट और पैरों में सूजन दिखती है।
लक्षण: थकान, उल्टी, त्वचा का पीला पड़ना।
4. थक्का या रक्त प्रवाह की समस्या (Deep Vein Thrombosis / Poor Circulation)
पैरों में रक्त जमाव (DVT) या नसों में रुकावट होने पर सूजन आती है।
लक्षण: पैरों में दर्द, लालिमा, गर्माहट।
5. थायरॉयड की बीमारी (Hypothyroidism)
थायरॉयड हार्मोन कम होने पर शरीर में तरल पदार्थ जमा हो सकते हैं।सूजन हाथों और पैरों में हो सकती है।
लक्षण: ठंड लगना, वजन बढ़ना, थकान।
6. सूजन बढ़ाने वाली दवाएं
कब डॉक्टर से मिलें
पैरों में सूजन अचानक बढ़ जाए या दर्द/लालिमा के साथ हो।
सांस लेने में कठिनाई, छाती में दर्द।
बुखार या असामान्य वजन बढ़ना।
सूजन लंबे समय तक ठीक न हो।
इस समस्या में क्या घरेलू इलाज करें और जरूरी टेस्ट बताएं। घर पर कुछ आसान उपाय और जीवनशैली बदलाव करके पैरों की सूजन को कम कर सकते हैं लेकिन कभी-कभी सही कारण जानने के लिए जरूरी टेस्ट भी कराना जरूरी है।
घरेलू उपाय और जीवनशैली सुधार
1. पैरों को ऊंचा रखें
सोते या बैठते समय पैरों को दिल के स्तर से ऊपर रखें।
15–20 मिनट, दिन में 2–3 बार।
यह सूजन कम करने में मदद करता है।
2. सक्रिय रहें और हल्की एक्सरसाइज करें
पैदल चलना, जॉगिंग या पैरों की स्ट्रेचिंग करें।
लंबे समय तक खड़े या बैठे रहने से बचें।
3. नमक का सेवन कम करें
अधिक नमक शरीर में पानी रोकता है, जिससे सूजन बढ़ती है।
प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड कम खाएं।
4. गुनगुना पानी और हल्की मालिश
पैरों को गुनगुने पानी में भिगोकर हल्की मालिश करें।
यह रक्त संचार बढ़ाता है और सूजन कम करता है।
5. कंप्रेशन सॉक्स का उपयोग
यदि लंबे समय तक खड़े रहना पड़ता है तो कंप्रेशन स्टॉकिंग पहनें।
यह पैरों में तरल पदार्थ जमा होने से रोकता है।
6. हाइड्रेटेड रहें
पर्याप्त पानी पीएं।
पानी की कमी से भी शरीर में तरल संतुलन बिगड़ता है।
जरूरी टेस्ट (Doctor Recommended)
यदि सूजन लगातार बनी रहे या अन्य लक्षण हों, तो ये टेस्ट कराना जरूरी है।
ब्लड प्रेशर और ब्लड टेस्ट
CBC, Electrolytes, Kidney Function Test (Creatinine, BUN)
Liver Function Test (ALT, AST, Bilirubin)
यूरिन टेस्ट (Urine Analysis)
प्रोटीन या अन्य असामान्य तत्व सूजन का संकेत दे सकते हैं।
ECG और Echocardiography
दिल की कार्यक्षमता और हार्ट फेल्योर के लिए।
Doppler Ultrasound (यदि रक्त प्रवाह की समस्या)
पैरों में नसों में ब्लड क्लॉट (DVT) या रुकावट जांचने के लिए।