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वर्क फ्रॉम से शुरु किया Nidhi Yadav ने बिजनेस आज कमा रही लाखों, जानें Success Story

  • Edited By palak,
  • Updated: 30 Dec, 2023 11:12 AM
वर्क फ्रॉम से शुरु किया Nidhi Yadav ने बिजनेस आज कमा रही लाखों, जानें Success Story

कहते हैं किसी भी चीज को पाने की इच्छा हो तो व्यक्ति किसी भी ऊंचाई को छू सकता है। जब आपके इरादे नेक हों तो कुदरत भी आपको उस मुकाम को हासिल करने से नहीं रोक सकती। कुछ ऐसा ही एंटरप्योनेर निधि यादव के साथ हुआ है। निधि यादव ने हरियाणा में अपने घर से एकएस क्लोदिंग(AKS Clothings) की शुरुआत की और 3.5 लाख रुपये के निवेश के साथ अपने ब्रांड शुरु किया। अब मौजूदा समय में उनका ब्रांड करोड़ों का बिजनेस कर रहा है। लेकिन उन्होंने इसकी शुरुआत कैसे की और उनकी सफलता की यह कहानी शुरु कैसे हुई आज आपको इस बारे में बताएंगे। तो आइए जानते हैं....

वर्कफ्रॉम हॉम शुरु से हुई थी कंपनी 

आपको बता दें कि गुड़गांव बेस्ड एथनिक क्लॉक कंपनी की शुरुआत निधि ने वर्क फ्रॉम हॉम से की थी। निधि यादव इंदौर की रहने वाली हैं। उन्होंने जब अपनी कंपनी शुरु की थी तो उनकी बेटी सिर्फ सात महीने की थी और उनकी शादी को दो साल से कम का समय हुआ था। इस कंपनी ने कुर्ते, अनारकली, मैक्सी ड्रेस, लहंगे और पारंपरिक परिधानों के साथ एक ऑनलाइन ब्रांड के तौर पर शुरुआत की थी।

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सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में की है पढ़ाई 

निधि यादव ने सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि कुछ सीनियर्स ने उन्हें सलाह दी कि निधि को फैशन के क्षेत्र में कुछ करना चाहिए, हालांकि उन्हें इस बात की बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी। इसलिए उन्होंने पहले पॉलिमोडा फैशन स्कूल में एक साल तक कोर्स किया। इसके बाद उन्हें इटली में नौकरी मिल गई लेकिन उन्होंने भारत लौटना जरुर समझा। इसके बाद साल 2014 में उन्होंने सिर्फ साढ़े 3 लाख रुपये में कंपनी शुरु की। 

इस तरह मिली निधि को सफलता 

निधि यादव ने जब अपनी कंपनी शुरु करने का फैसला किया तो सभी हैरान थे लेकिन निधि ने पूरे तैयारी की थी। उन्होंने सिर्फ फैशन कोर्स नहीं किया बल्कि छ: महीने तक एक बड़ी क्लोथिंग कंपनी के काम करने के तरीको और डिजाइन को भी अब्जॉर्ब किया। इसके बाद उन्होंने 18-35 साल के बीच की महिलाओं को टारगेट करके ड्रेस बनाने शुरु कर दिए। देखते ही देखते सिर्फ पांच साल में उनकी कंपनी 100 करोड़ रुपये का रेवेन्यू देने वाली कंपनी बन गई। 

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कोरोना में भी चलती रही कंपनी 

हालांकि कोरोना के दौरान जहां सभी लोगों को परेशानियां का सामना करना पड़ा वैसे ही निधि की कंपनी ने भी जिंदगी में कई सारी परेशानियां झेली। उस समय कंपनी का रेवेन्यू 100 करोड़ रुपये का हो चुका था लेकिन कोरोना के कारण काम पर पूरी तरह की ब्रेक लग गई। कर्मचारियों की सैलरी निकालना भी मुश्किल हो गया है। ऐसे में परेशानी को हल करते हुए निधि ने कोरोना में मास्क और पीपीई किट बनानी शुरु कर दी। यह मास्क उन्होंने ऐसे कपड़े से बनाए जो कतरन के तौर पर बचते थे। इससे कतरन भी इस्तेमाल हो गई और उनकी कंपनी कोरोना के दौरान भी चलती रही।  

500 करोड़ तक कमा सकती है निधि की कंपनी 

2014 में जब कंपनी शुरु हुई थी उस समय उनकी कंपनी का रेवेन्यू सिर्फ 1.60 करोड़ रुपये का था। अगले साल कंपनी का रेवेन्यू बढ़कर 8.50 करोड़ तक पहुंच गया। 2018 में यह 48 करोड़ रहा और 2019 में कंपनी का 100 करोड़ का रेवेन्यू हो गया। 2021 में एक इंटरव्यू के दौरान निधि ने एक इंटरव्यू में बताया था कि किसी बाहरी फंडिंग के दौरान उन्हें 200 करोड़ मिला। वहीं महामारी के दौरान ब्रांड 25% से ज्यादा बढ़ गया। वहीं अगर रिपोर्ट्स की मानें तो निधि का एकएस क्लोदिंग ब्रांड भविष्य में 500 करोड़ रुपये तक का बिजनेस कर सकता है। 

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