कोरोना काल में एक अच्छी खबर सामने आई हैं। दरअसल, एंटीबॉडी कॉकटेल का कोरोना मरीजों पर इस्तेमाल करने से उनमें फास्ट रिकवरी देखी गई हैं। दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल ने बताया है कि उसने दो कोरोना मरीजों पर मोनोक्लोनल एंटीबॉडी का इस्तेमाल किया है, इसे एंटीबॉडी कॉकटेल भी कहा जाता है।
अस्पताल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस दवा के इस्तेमाल के बाद शुरुआती सात दिनों में मरीजों में अच्छी रिकवरी देखी गई है।
दवा देने के 12 घंटे के अंदर ही दिखाई दी फास्ट रिकवरी-
अस्पताल के अनुसार, 36 साल के एक हेल्थकेयर वर्कर को तेज बुखार, खांसी, जबरदस्त कमजोरी समेत अन्य कई दिक्कतें आ रही थी। इसी बीच उसे बीमारी के छठे दिन REGCov2 (CASIRIVIMAB Plus IMDEVIMAB) दवा दी गई। जिसके बाद मरीज की हालत अगले 12 घंटे के अंदर ही काफी सुधार देखने को मिला और नतीजन, अगले दिन उसे डिस्चार्ज कर दिया गया।
जानिए इस दवा की क्या है कीमत?
बतां दें कि एक हफ्ते पहले खबर ही गंगाराम अस्पताल ने मोनोक्लोनल एंटीबॉडी थेरेपी के ट्रायल की शुरुआत कर दी है। अस्पताल के चेयरमैन डीएस राना ने कहा था कि इस सिंगल डोज दवा की कीमत 59,750 रुपए होगी। इस कॉकटेल के तहत Casirivimab and Imdevimab दवा दी जाएगी। कहा जा रहा है कि इस दवा के इस्तेमाल से कोरोना मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने का रिस्क 70 फीसदी तक कम हो जाता है।
भारत में मौजुदा डोज़ से करीब 2 लाख रोगियों का किया जा सकता है इलाज-
मई महीने के अंत में दवा कंपनी रोश इंडिया और सिप्ला ने भारत में रोश के एंटीबॉडी कॉकटेल को पेश करने की घोषणा की थी। सिप्ला और रोश ने एक संयुक्त बयान में कहा था कि, एंटीबॉडी कॉकटेल (कैसिरिविमैब और इमदेविमाब) की पहली खेप भारत में उपलब्ध है, जबकि दूसरी खेप जून के मिड तक उपलब्ध हो जाएगी। कुल मिलाकर इन खुराकों से दो लाख रोगियों का इलाज किया जा सकता है।