अगर फिटनेस या वर्कआऊट की बात हो तो इससे संबंधी रिकॉर्ड बनाने की लिस्ट में ज्यादातर पुरुषों का ही नाम होता है। मगर, 22 साल की जिमनास्ट सिमोन बाइल ने इस बात को गलत साबित कर दिखाया है। हाल ही में अमेरिका की 66 साल पुरानी मैग्जीन स्पोर्ट्स इलस्ट्रेटेड ने दुनिया के टॉप-50 फिट खिलाड़ियों की लिस्ट जारी की, जिसमें सिमोन तीसरी बार दुनिया की सबसे फिट महिला का खिताब जीता है।
सिमोन दुनिया की सबसे ज्यादा डेकोरेटेड आर्टिस्टिक जिमनास्ट खिलाड़ी है, जो रियो ओलिंपिक में 4 और वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में 25 गोल्ड मेडल जीत चुकीं हैं। यही नहीं, वह वर्ल्ड चैंपियनशिप के इतिहास में सबसे ज्यादा मेडल जीतने वाली जिम्नास्ट का खिताब भी अपने नाम कर चुकी हैं।
ड्रग एडिक्ट थे माता-पिता
सिमोन के माता-पिता ड्रग एडिक्टेड थे। उनके पिता जेल व मां नशे की लत छुड़वाने के लिए नशामुक्ति केंद्र में रहती थीं। ऐसे में सिमोन व उनके 4 भाई-बहनों का बचपन अनाथाश्रम में ही गुजरा। हालांकि उनके नाना-नानी ने कुछ समय बाद उन्हें भाई-बहनों को गोद ले लिया।
एचएचडी की शिकार थी सिमोन
वह बचपन से हाईपरएक्टिव थीं। उन्हें अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (HHD) था। वह बताती हैं कि बचपन से ही इसकी दवाओं का उन पर प्रतिकूल असर हुआ।उनका मन किसी काम में मन नहीं लगता था और एकाग्रता की कमी के कारण सारे काम बिगड़ जाते हैं, जिसके कारण वह हर काम उत्तेजित होकर करती थी।
6 साल की उम्र में शुरू किया जिमनास्टिक्स
उन्होंने 6 साल की उम्र में जिमनास्टिक्स खेलने की शुरूआत की। वह हर रविवार यूएस जिम्नास्ट टीम में सिलेक्ट होने की प्रार्थना करती थीं। आखिरकार उनकी मेहनत व प्रार्थना रंग लाई और वो नेशनल टीम में सिलेक्ट हो गई। फिर क्या था यहां से उनका जिमनास्टिक्स बनने का सफर शुरु हुआ।
7 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड और 25 विश्व चैंपियनशिप
इसके बाद वो एक के बाद एक प्रतियोगिताएं जीतती गई। 14 साल की उम्र तक वो कई मैडल जीत चुकी थी। सिमोन सिर्फ 4 फुट 8 इंच लंबी हैं लेकिन जंप इससे दोगुनी ऊंचाई तक लगा सकती हैं। सिमोन के नाम 7 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड और 25 विश्व चैंपियनशिप जीतने के रिकॉर्ड हैं। 250 लड़कियों के शोषण मामले में वूमेन जिम्नास्टिक्स टीम के डॉक्टर लैरी नस्सार ने सिमोन का भी दैहिक शोषण किया था। सिमोन ने ट्वीट करके अपनी पीड़ा जाहिर की थी।
अच्छी है एयर अवेयरनेस
सिमोन के प्रशिक्षक का कहना है कि वह जिम में जो करती हैं वो किसी भी एथलीट के लिए भी करना बहुत मुश्किल है। फ्लिप और ट्विस्ट करते हुए वह अपना संतुलन वह बहुत आसानी से बना लेती हैं। वह कहती हैं कि उनकी एयर अवेयरनेस अच्छी है। वो कहां हैं और उनका शरीर कहां जा रहा है, इसका उन्हें अंदाज़ा रहता है। सिमोन कहती हैं कि उन्हें प्रेक्टिस के लिए किस ट्रेम्पोलीन की ज़रूरत नहीं। उनका शरीर ही एक तरह से ट्रेम्पोलीन है।
इनके नाम पर हैं दो मूव्स
इंटरनेशनल जिमनास्टिक्स फेडरेशन ने दो मूव्स का नाम सिमोन के नाम पर 'द बाइल्स' मूवमेंट रखा है। वहीं 6 साल की उम्र से ट्रेनिंग कर रहीं सिमोन के मजबूत बाइसेप्स और काफ मसल्स के चलते उनका नाम 'स्वॉलजर' (स्वॉलन-सोल्जर) पड़ गया। यही नहीं, उन्होंने बिना सीखे ही खुद से फ्लिप करना भी सीख लिया था।
6 साल की उम्र में कुर्सी पर बैठे-बैठ किया फ्लिप
जिमनास्टिक्स में सिमोन इत्तिफाकन आईं। बारिश के कारण बाहर मैदान में खेलने के लिए नहीं जा पाईं। बारीश के कारण उन्हें मजबूरी में एक जिम में जाना पड़ा, जहां उन्होंने सीट ड्रॉप किया। इसे देखकर जिम ट्रेनर भी चौंक गए और उन्होंने सिमोन ने जिमनास्टिक्स चुन लिया। सिमोन पहली ऐसी जिमनास्टिक प्लेयर है, जो बैठे-बैठ फ्लिप कर फिर कुर्सी पर बैठ जाती हैं।
वर्कआउट
. हफ्ते में 32 घंटे व 6 दिन जिम
. सोमवार व बुधवार को लगातार 5-5 घंटे जिम
. 10 मील साइक्लिंग, अगर किसी दिन साइक्लिंग नहीं करतीं तो रनिंग करती हैं।
. बैलेंसिंग के लिए लीपिंग, जंपिंग और बाउंडिंग
. पसंदीदा एक्सरसाइज बॉक्स जंप, जिसे वे लगभग 15 मिनट तक 2-3 सेट करती हैं।
अब बात करते हैं उनकी डाइट की...
सिमोन दिन में चार बार खाना खाती हैं और हाई प्रोटीन डाइट पर फोकस लेकिन चीट डे भी एंजॉय करती हैं
ब्रेकफास्ट: रेड बेरी, व्हाइट एग, जिसे वो खुद बनाती है
लंच: प्रोटीन फूड्स चिकन और फिश
डिनर (पोस्ट वर्कआउट के बाद): पॉर्क, चावल, फिश और सब्जियां।
चीट डे : उनका कहना है कि आपको 2 बातें जानने की जरूरत है, पहला खाना कितना और कब खाना है। दूसरा, मैं चीट डे भी एंजॉय करती हूं और मुझे पिज्जा खाना पसंद है।