पिलखुवा गांवी की लड़की शिवांगी गोयल ने यूपीएससी की परीक्षा में 177वीं रैंक हासिल कर अपने परिवार वालों और जिले का नाम रोशन किया है। शिंवागी और उनके परिवार हर किसी से बधाईयां मिल रही हैं। शिवांगी शादीशुदा है और उनकी सात साल की एक बेटी भी है। शिवांगी ने अपनी इस जीत का सारा श्रेय माता-पिता और अपनी 7 साल की बेटी रैना अग्रवाल को दिया है। तीसरी प्रयास में शिवांगी ने यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण कर आईएएस बनी हैं।
ससुराल से मायके आकर की परीक्षा की तैयारी
शिवांगी के सफल होने के पीछे बहुत ही दर्द भरी कहानी है। शिवांगी शादीशुदा है उनके पति के साथ उनका तलाक का केस चल रहा है। शिवांगी आईएएस बनना चाहती थी। उन्होंने शादी से पहले दो बार आईएएस की परीक्षा भी दी। किंतु वो असफल रही। ससुराल वाले शिवांगी के साथ घरेलू हिंसा करते थे। जिसके बाद उनके माता-पिता उन्हें अपने घर ले आए थे। शिवांगी ने पहली परीक्षा 2019 में दी थी पर वो असफल रही थी।
प्रिंसिपल ने दी थी प्ररेणा
शिवांगी बताती हैं कि - 'जब वह स्कूल में थी तो उनके स्कूल के प्रिंसिपल ने उन्हें यूपीएससी की तैयारी करने के लिए कहा था। तब से आईएएस बनना उनका सपना था।' इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के लिए उन्होनें सेल्फ स्टडी की और उनका मेन विषय सोशोलॉजी रहा।
बाकी लड़कियों को दी हिम्मत
शिवांगी ने कहा कि- 'मैं समाज में उन शादीशुदा महिलाओं को यह संदेश देना चाहती हूं कि यदि ससुराल में उनके साथ कुछ गलत हो रहा है तो वे डरे नहीं, अपने पैरों पर खड़े होकर दिखाएं। महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं। सच्ची लगन और दिल लगाकर पढ़ें तो वह भी आईएएस क्लीयर कर सकती हैं। मैं आज बहुत ही खुश हूं कि मेरा आईएएस बनने का सपना साकार हो गया।'