बॉलीवुड में ऐसी कई लवस्टोरीज रही हैं जो दुनियाभर में फेमस हैं। इन्हीं में से एक चर्चित प्रेमकहानी थी शशि कपूर और उनकी पत्नी विदेशी पत्नी जेनिफर कैंडल की। इस लवस्टोरी की शुरुआत जितनी हसीन थी उतना ही अंत दर्दनाक हुआ था। शशि कपूर की पत्नी 7 सितंबर 1984 को उन्हें छोड़कर चली गई थीं। चलिए आपको बताते हैं इनकी खूबसूरत लवस्टोरी।
थिएटर के दौरान हुई थी दोनों की पहली मुलाकात
कपूर खानदान में शशि कपूर इकलौते इंसान थे जिन्होंने विदेशी लड़की को अपना लाइफपार्टनर बनाया। दोनों की पहली मुलाकात साल 1956 को थिएटर में हुई। दरअसल, उस वक्त शशि जी अपने पिता के थिएटर ग्रुप पृथ्वी थिएचर में एक्टर और स्टेज मैनेजर थे। जेनिफर केंडल अपने एक दोस्त के साथ नाटक 'दीवार' देखने रॉयल ओपेरा हाउस गई थीं। प्ले करते हुए शशि कपूर ने गौर किया कि एक लड़की बहुत दिनों से लगातार आगे वाली लाइन में बैठकर उनका प्ले देखती है। फिर शशि कपूर ने उस लड़की के बारे में पता किया तो उन्होंने जाना कि यह जेनिफर केंडल हैं, जो शेक्सपीयाराना इंटरनेशनल के मालिक की बेटी हैं। उस वक्त शशि कपूर की उम्र 18 साल थी। जेनिफर को देखते ही शशि कपूर उनकी खूबसूरती के दीवाने हो गए। शशि जेनिफर से मिलना चाहते थे।
जेनिफर के पिता को नहीं पसंद थे शशि
शशि कपूर अपने कजिन के पास गए। उसने दोनों की मुलाकात करवाई। शशि कपूर के मुताबिक जेनिफर को सामने देख वह पसीना-पसीना हो गए और उनके हाथ कांपने लगे थे। पहली मुलाकात में जेनिफर ने शशि की तरफ एक झलक देखा और कहा, ठीक है, तुम कौन हो? लेकिन शशि, जेनिफर से मिलकर बहुत खुश हुए थे। उसके बाद वह हमेशा मिला करते थे। उस वक्त शशि कपूर की अपनी कोई पहचान नहीं थी इसलिए जेनिफर के पिता दोनों के रिश्ते खिलाफ थे। वही कपूर खानदान भी विदेशी लड़की को अपनी बहू नहीं बनाना चाहते थे। एक दिन फिर शशि के लिए जेनिफर ने अपने पिता का घर छोड़ दिया। बाद में दोनों ने शादी कर ली।
एक साल के अंदर ही शशि कपूर पिता बन गए। शशि के लिए जेनिफर ने अपना थिएटर प्रेम भी छोड़ दिया था। वही दूसरी ओर शशि कपूर का फिल्मी करियर बुलंदियों की ऊंचाइयों को छू रहा था इसकी वजह थी जेनिफर। शशि कपूर बॉलीवुड के सुपरस्टार बन गए। उनके काम की चर्चा विदेश तक होने लगी थी।
जेनिफर को हुआ कैंसर
फिर दोनों की जिंदगी में वो वक्त आया जब जेनिफर को कैंसर हो गया। पत्नी की बीमारी के बारे में जानकर शशि कपूर पूरी तरह से टूट गए। उन्होंने मुंबई से लेकर लंदन तक के डॉक्टरों से जेनिफर का इलाज कराया लेकिन वह कैंसर के आगे हार गई। कैंसर की वजह से वह दुनिया को अलविदा कह गई।पत्नी की मौत के बाद शशि कपूर की जिंदगी में सूनापन छा गया। वह अकेले रहने लगे और उनकी तबीयत भी बिगड़ती गई। उन्होंने लोगों से मिलना-जुलना बंद कर दिया।कहा जाता है कि वह पत्नी जेनिफर की यादों के सहारे ही जिंदा थे। जेनिफर की मौत के बाद पहली बार शशि तब रोए जब वो गोवा के समुद्री तट से एक बोट लेकर समुद्र के काफी अंदर तक चले गए थे।
इंटरव्यू में शशि कपूर ने कहा था कि 'मुझे अभी लगता हैं कि जेनिफर यहीं पर है। घर, चींजे सब वैसे ही रखी है जैसे जेनिफर रखती थी। पत्नी को याद करते हुए उन्होंने कहा था कि अगर उनकी मौत पहले हो गई होती तो उनके बिना जेनिफर इतने वक्त तक जी नहीं पाती, जितना वक्त उन्होंने अपनी पत्नी के बिना अकेले बिताया है। शशि का कहना था कि उनकी पत्नी उनके मुकाबले ना केवल एक बेहतर ऐक्टर बल्कि एक बेहतर इंसान भी थीं। बता दें कि जेनिफर के निधन के बाद उनकी यादों के सहारे 31 साल तक शशि कपूर ने अकेले जीवन बिताया।