विश्व के लोगों की निगाहें अब कोरोना वैक्सीन पर टिकी हैं। दुनियाभर की कंपनियां इस पर काम कर रही हैं हालांकि वैक्सीन कब आएगी इस पर अभी भी कईं तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। इस बीच भारत में कोरोना वैक्सीन पर किया जा रहा काम अंतिम चरण पर पहुंच गया है। वहीं अब खबरों की मानें तो कोरोना संकट से जूझ रहे देशों को जल्द ही खुशखबरी मिल सकती है। पुणे में स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ने दावा करने हुए कहा है कि उन्होंने कोरोना वैक्सीन 'कोविशील्ड' को तैयार कर लिया है।
अंतिम चरण में पहुंचा 'कोविशील्ड' का ट्रायल
रिपोर्ट्स की मानें तो सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन 'कोविशील्ड' का इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए अगले 2 हफ्ते में आवेदन कर दिया जाएगा। इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला का कहना है कि 'कोविशील्ड' का तीसरे फेज का ट्रायल चल रहा है। जिसके बाद अगले 2 हफ्ते के अंदर ही इस वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल करने की इजाजत के लिये आवेदन कर दिया जाएगा।
18 वर्ष से कम उम्र वालों पर अलग से होगा ट्रायल
अदार पूनावाला कहा कि सबसे पहले वैक्सीन वयस्कों को लगाई जाएगी। वहीं उनके सुरक्षित पाए जाने के बाद 18 वर्ष से कम उम्र वालों पर इस वैक्सीन का अलग से ट्रायल किया जाएगा। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि 'कोविशील्ड' 60 प्रतिशत तक कोरोना वायरस के संक्रमण को कमजोर कर देता है।
आपको बता दें 'कोवीशील्ड' वैक्सीन को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने मिलकर बनाया है। भारत में इस वैक्सीन का आखिरी ट्रायल चल रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि देशभर में अगले साल जनवरी महीने से कोरोना वायरस की इस वैक्सीन का वितरण किया जाएगा।