नारी डेस्क: दिल्ली की सरोजिनी नगर मार्केट, जो अपनी सस्ती और ट्रेंडी फैशन के लिए मशहूर है, अक्सर यह सवाल उठता है कि यहां बिकने वाले कपड़े कहां से आते हैं। हाल ही में, इन्फ्लुएंसर रिया ने इस राज से पर्दा उठाया है और बताया है कि ये कपड़े कहां से आते हैं।
सेकंड हैंड कपड़ों का आयात
रिया के अनुसार, भारत हर साल लगभग 4000 से 6000 करोड़ रुपये के सेकंड हैंड कपड़े आयात करता है। ये कपड़े मुख्य रूप से कनाडा, जर्मनी जैसे देशों से आते हैं, जहां लोग पुराने कपड़े दान करते हैं। इन कपड़ों को पानीपत में इकट्ठा किया जाता है, जहां से इन्हें धोकर और प्रेस करके तैयार किया जाता है। इसके बाद, ये कपड़े दिल्ली की सरोजिनी नगर मार्केट में बिकने के लिए भेजे जाते हैं।

कपड़ों की कीमत और गुणवत्ता
रिया ने बताया कि एक 80 किलो का बंडल लगभग 5000 रुपये में मिलता है, जिसका मतलब है कि एक टॉप की लागत लगभग 15 से 20 रुपये होती है। इसके बाद, इन कपड़ों को धोने, प्रेस करने और ब्रांडिंग करने में कुछ अतिरिक्त खर्च आता है। अंत में, ये कपड़े सरोजिनी नगर में 200 रुपये के आसपास बिकते हैं।
बाजार की स्थिति
हालांकि हाल ही में कुछ अफवाहें थीं कि सरोजिनी नगर मार्केट को बंद किया जा रहा है, लेकिन हकीकत यह है कि बाजार पूरी तरह से चालू है। दुकानदारों ने इन अफवाहों का खंडन किया है और कहा है कि बाजार में कोई बदलाव नहीं आया है।

सरोजिनी नगर मार्केट में बिकने वाले सस्ते कपड़े मुख्य रूप से सेकंड हैंड कपड़ों के आयात से आते हैं। इन कपड़ों को धोकर, प्रेस करके और ब्रांडिंग करके बिक्री के लिए तैयार किया जाता है। यदि आप सस्ते और ट्रेंडी कपड़े खरीदने के शौकिन हैं, तो सरोजिनी नगर मार्केट एक बेहतरीन विकल्प है।
कैसे पहुंचे सरोजिनी नगर
सरोजिनी नगर मार्केट दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन पर स्थित है। आप सरोजिनी नगर मेट्रो स्टेशन से पैदल बाजार तक पहुंच सकते हैं। बाजार मंगलवार से रविवार तक सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है।
बाजार में अक्सर भीड़ रहती है, इसलिए अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें। अपने सामान की देखभाल करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि से बचें।