हिंदू धर्म के अनुसार, मुहूर्त का भी खास ध्यान रखा जाता है। कोई भी काम शुभ मुहूर्त के अनुसार, ही किया जाता है खासकर शादियां और पूजा। ऐसे ही इस साल 22 नवंबर से शादियों का सीजन शुरु हो रहा है। 2022 के आखिरी दो महीनों में शादियों के बहुत ही कम मुहूर्त है। नवंबर के महीने में सिर्फ 5 और दिसंबर में 4 दिन शुभ है। ऐसे ही सीजन का आखिरी विवाह मुहूर्त 9 दिसंबर को होगा। इसके बाद 15 दिसंबर से खर मास शुरु हो जाएगा। खर मास में शादियां नहीं होती। इसलिए इसके बाद सीधे अगले साल मक्रर संक्राति यानी 15 जनवरी 2023 के बाद ही शादी के मुहूर्त शुरु होंगे।
शादी के मुहूर्त में इन चीजों को रखा जाता है ध्यान
शादी के मुहूर्त के लिए तिथि, वार और नक्षत्र, सूर्य, गुरु और शुक्र ग्रह की स्थिति का खास ध्यान रखा जाता है। जब भी सूर्य धनु या फिर मीन राशि में होते हैं तो उस दौरान शादियां नहीं होती। वहीं यदि गुरु और शुक्र ग्रह अस्त हो तो भी विवाह का मुहूर्त नहीं बनता है।
खरमास के खत्म होते ही शुरु होगा शादियों का सीजन
ज्योतिषाशास्त्र के अनुसार, हर महीने सूर्य अपनी राशि बदलता है। एक महीने तक सूर्य हर राशि में रहता है। परंतु जब भी यह धनु राशि में आता है तो खरमास शुरु हो जाता है। इसलिए इस दौरान शादी, सगाई, गृह प्रवेश और कोई भी मांगलिक कार्य के लिए मुहूर्त नहीं होता। इस बार खरमास 16 दिसंबस से शुरु होगा और 15 जनवरी तक रहेगा। खरमास के खत्म होते ही शादियों का अगला सीजन शुरु हो जाएगा।
गुरु की इस स्थिति में होते हैं विवाह शुभ
ज्योतिषाशास्त्र के अनुसार, वैवाहिक जीवन का कारक ग्रह गुरु माना जाता है। इस ग्रह का शुभ-अशुभ प्रभाव पति-पत्नी के रिश्तों पर भी पड़ता है। परंतु यह ग्रह खुद की राशि में मौजूद है और 29 जुलाई से वक्री चाल चल रही है। 24 नवंबर को सूर्य की चाल में सुधार आएगा। ज्योतिषाशास्त्र की भाषा में इसे मार्गी होना कहते हैं। गुरु की इस स्थिति में विवाह मुहूर्त और भी शुभ हो जाते हैं।
शुक्र के उदय होने के साथ शुरु होगी शादियां
2 अक्टूबर के दौरान सूर्य के नजदीक आने से शुक्र ग्रह अस्त हो गया था। शुक्र ग्रह 18 नवंबर को उदय हो गया है। इसी दौरान देवउठनी एकादशी का भी मुहूर्त था परंतु शुक्र की स्थिति के कारण इस दौरान भी शादियां नहीं हो पाई। पिछले 48 दिनों से अस्त शुक्र के उदय होने से शादियां शुरु हो गई हैं।