टीवी एक्ट्रेस प्रत्युषा बनर्जी के निधन को 5 साल हो गए हैं। मगर, उनकी मौत से जुड़े सवालों का अभी तक जवाब नहीं मिल पाया है। प्रत्युषा ने अपने फ्लैट पर आत्महत्या कर ली थी जिसके बाद उनके बाॅयफ्रेंड राहुल राज सिंह को इसका जिम्मेदार बताया जा रहा था। इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना था कि राहुल ने प्रत्युषा को खुदकुशी करने के लिए उकसाया है। वहीं अब इस पूरे मामले पर राहुल राज ने चुप्पी तोड़ी है।
राहुल राज ने एक इंटरव्यू में खुद को निर्दोष बताया है। उन्होंने कहा, 'कोरोना के कारण केस लंबा खिंच गया है। मैं उस दिन का इंतजार कर रहा हूं जब कोर्ट मुझे क्लीन चिट देगा। मैं जानता हूं कि मैं अपराधी नहीं हूं। मैंने प्रत्युषा को नहीं मारा ब्लकि उसके माता-पिता के लालच ने उसे मारा है। वह उनकी न खत्म होने वाली डिमांड को पूरी नहीं कर पा रही थी। मैंने उसे बचाने की बहुत कोशिश की न की उसकी जान लेने की।'
राहुल आगे कहते हैं, 'मैं कभी उस दिन को नहीं भूल सकता। यह मेरी आत्मा, दिल और दिमाग पर छप गया। जिस तरह से प्रत्युषा के दोस्त विकास गुप्ता और काम्या पंजाबी उसकी मौत का आरोप मुझ पर मढ़ रहे थे उसके लिए उन्हें भगवान को जवाब देना है। वो भी जानते हैं कि मैं आरोपी नहीं हूं। वो ये सब पब्लिसिटी के लिए कर रहे हैं। उन्होंने मेरी छवि बिना किसी सूबूत के खराब की है। प्रत्युषा ने आखिरी फोन मुझे किया था इससे मैं गुनाहगार साबित नहीं हो जाता।'
उन्होंने आगे कहा, 'उसने मुझ पर कभी कोई इल्जाम नहीं लगाया। उसका सारा दुख और गुस्सा उसके पेरेंट्स के कारण था। जैसे ही इस केस में मेरा नाम क्लीयर होगा मैं विकास गुप्ता और काम्या पंजाबी के खिलाफ मानहानि का केस करूंगा। उन लोगों ने मेरा करियर और मेरी जिंदगी दोनों बर्बाद कर दिया।'
गौरतलब है कि इससे पहले राहुल ने विकास गुप्ता के प्रत्युषा संग रिलेशन को लेकर किए खुलासे पर गुस्सा जाहिर किया था। उन्होंने कहा था कि प्रत्युषा ने कभी भी विकास को डेट नहीं किया। इसलिए ब्रेकअप का तो सवाल ही पैदा नहीं होता। प्रत्युषा अगर जिंदा होती तो विकास को थप्पड़ मारती। प्रत्युषा का नाम विकास को किसी भी इंटरव्यू में नहीं लेना चाहिए। अगर वह नहीं रूके तो उनके खिलाफ लीग्ल एक्शन लेंगे।