बॉलीवुड के ही-मैन यानी की धर्मेंद्र किसी पहचान के मोहताज नहीं है। कुछ दिनों पहले उन्होंने अपने पौते की शादी धूमधाम से रचाई है। पौते करण देओल की शादी में हेमा मालिनी और उनकी दोनों बेटियां नजर नहीं आई। जिसके बाद धर्मेंद्र ने अपनी दोनों बेटियों और हेमा मालिनी के लिए इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया था। आपको बता दें कि धर्मेंद्र ने अपनी पहली पत्नी को तलाक दिए बिना ही साल 1980 में हेमा मालिनी के साथ दूसरी शादी रचा ली थी।
ऐसे हुई थी धर्मेंद्र की हेमा मालिनी से मुलाकात
हेमा मालिनी और धर्मेंद्र दोनों की पहली मुलाकात सन् 1970 में आई फिल्म तुम हसी मैं जवां के दौरान हुई थी। इस फिल्म के समय दोनों के एक-दूसरे से प्यार हो गया। हालांकि उस समय धर्मेंद्र शादी-शुदा थे और उनके चार बच्चे दो बेटियां और बेटे सनी और बॉबी देओल थे। हालांकि ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी के पेरेंट्स भी इस शादी के खिलाफ थे। इसके बाद दोनों ने सन् 1981 में शादी कर ली और सन् 1981 में उनकी पहली बेटी ईशा का जन्म हुआ।
शादी की बात पता चलते ही किया था धर्मेंद्र को सपोर्ट
जब सभी को हेमा और धर्मेंद्र की शादी की बात पता चला तो उस समय सभी ने कई तरह की बातें की थी। बहुत से लोगों ने तो धर्मेंद्र को वूमनाइजर भी कह दिया था। हालांकि एक इंटरव्यू में धर्मेंद्र की पहली पत्नी प्रकाश कौर ने अपनी पति का बचाव करते हुए कहा कि - 'सिर्फ मेरा पति ही क्यों कोई भी पुरुष यही चाहेगा कि वह मेरे मुकाबले हेमा को पसंद करे। किसी ने मेरे पति को वुमनाइजर कहने की हिम्मत कैसे कर दी, जबकि आधी इंडस्ट्री यही काम कर रही है, सभी एक्टर्स के अफेयर चल रहे हैं और वे दूसरी शादी कर रहे हैं। धर्मेंद्र शायद बेस्ट पति नहीं होंगे हालांकि वो मेरे साथ बहुत ही अच्छे हैं वो सबसे बेहतरीन पिता हैं। उनके बच्चे उन्हें बेशुमार प्यार करते हैं वो कभी बच्चों को नजरअंदाज नहीं करते हैं।'
हेमा के बारे में कह दी ये बात
इसके अलावा प्रकाश ने यह भी साफ किया था कि धर्मेंद्र और उनके बीच उस समय जो कुछ भी हुआ उन्होंने इसके लिए कभी भी हेमा मालिनी को दोषी नहीं ठहराया, लेकिन जो हेमा ने किया वह यह कभी भी नहीं करेंगी। प्रकाश ने कहा कि - 'मैं समझ सकती हूं कि हेमा किस दौर से गुजर रही हैं। यहां तक कि उन्हें दुनिया, अपने रिश्तेदारों और अपने दोस्तों की बातों का सामना भी करना पड़ता है लेकिन अगर मैं हेमा की जगह होती तो मैं वह नहीं करती जो उन्होंने किया, क्योंकि एक महिला होने के नाते मैं उनकी भावनाओं को समझ सकती हूं लेकिन एक पत्नी और एक मां के तौर पर मैं उन्हें स्वीकार नहीं करती।'
धर्मेंद्र पर भरोसा करने के बारे में यह बोली प्रकाश
इतना सब होने के बाद भी प्रकाश कौर ने धर्मेंद्र के लिए सम्मान नहीं खोया। उन्होंने कहा था कि - धर्मेंद्र उनकी जिंदगी के पहले और आखिरी पुरुष हैं। उन्होंने कहा कि वह उनके बच्चों के पित हैं और वह उनसे बहुत प्यार और सम्मान करती हैं। प्रकाश ने कहा था कि - 'जो होना था वो हो गया लेकिन उन्हें नहीं पता था कि वो इसके लिए धर्मेंद्र को दोष दें या किस्मत को। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें कभी भी धर्मेंद्र की जरुरत पड़ी तो उन्हें पता था कि उनके लिए वह मौजूद रहेंगे, उन्होंने कभी भी धर्मेंद्र पर भरोसा नहीं खोया क्योंकि वह जानती थी कि वह उनके बच्चों के पिता थे।'