लॉकडाउन के कारण बहुत से लोगों में फिजिकल एक्टिविटी की कमी आ गई है। ऐसे में वे सुस्त और आलसी हो रहें हैं। इस कारण बहुत से लोगों को कब्ज की शिकायत का सामना करना पड़ रहा है। असल में कब्ज ही मुख्य समस्या है जो एसिडिटी, पीठ दर्द, थकान आदि की परेशानियों के होने का कारण बनती है। आमतौर पर कब्ज की शिकायत उन लोगों को होती है जो
डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, पीसीओडी, अनियमित निद्रा जैसी बीमारियों से जूझ रहे होते हैं। इसके अलावा ज्यादा तला, मसालेदार भोजन खाने से भी कॉन्स्टिपेशन यानी कब्ज की परेशानी होती है।
ऐसे में मशहूर डायटिशियन रुजता दिवेकर ने 3 फूड बताए हैं जिसे अपनी डेली डाइट में शामिल कर इस समस्या से बचा जा सकता है। इन्हें पूरे दिन के अलग-अलग टाइम में खा सकते हैं। इसे खाने से टेस्ट के साथ शरीर को भारी में अलग-अलग न्यूट्रिशन मिलते हैं।
गुड और घी
अक्सर लोगों को खाने के बाद कुछ मीठा खाना पसंद होता है। मगर बहुत सी महिलाएं वजन बढ़ जाने की चिंता के कारण मीठा नहीं खाती है। ऐसे में डायटिशियन रुजता दिवेकर का कहना है कि, ' खाना के बाद गुड़ में घी मिक्स कर खाने से कब्ज की परेशानी दूर होती है'। गुड़ में आयरन और घी में एसेंशियल फैट्स भारी मात्रा में मौजूद होते हैं। ऐसे में दोनों को मिलाकर खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है।
खरबूजा
रुजता दिवेकर का मुताबिक, अक्सर लोगों को कब्ज की शिकायत रहती है। यह मुख्य रूप से पानी की कमी के कारण होती है। ऐसे में गर्मियों में मिलने वाले खरबूजे को जरूर खाना चाहिए। इसमें भारी मात्रा में पानी होता है। ऐसे में शरीर को पोषण के साथ नमी मिलती है। साथ इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस भी बना रहता है। इसलिए रोजाना खरबूजे के 3-4 टुकड़े 3:00 से 4: 00 बजे जरूर खाएं।
तिल वाली रोटी
तिल में फाइबर, विटामिन, आयरन, एसेंशियल फैटी एसिड मौजूद होते हैं। ऐसे में रुजता दिवेकर का कहना है कि इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। आप इसी रोटी बनाकर खा सकते हैं। इसके लिए सफेद तिल को आटे मिलाकर आटा गूंथ लें। तैयार आटे रोटी बनाकर डिनर के समय खाएं। यह पाचन तंत्र मजबूत करने में फायदेमंद होता है। साथ ही शरीर की एक्सट्रा चर्बी कम होती है।