23 DECMONDAY2024 2:48:33 AM
Nari

शरीर ही नहीं दिमाग को भी खोखला कर देता है Drugs, कोशिश करने पर छूट सकती है  लत

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 29 Oct, 2021 05:15 PM
शरीर ही नहीं दिमाग को भी खोखला कर देता है Drugs, कोशिश करने पर छूट सकती है  लत

नशे की लत अच्छे-अच्छों को बर्बाद कर देती है। बॉलीवुड की चमचमाती दुनिया का तो ड्रग्स से गहरा ही नाता है तभी तो कई  सेलेब्स नशे में कैद होकर अपना सब कुछ  बर्बाद कर चुके हैं। संजय दत्त, हनी सिंह के अलावा बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान का भी नाम इस लिस्ट में जुड़ गया है।  नशा भले ही शान और लत के लिए किया जाता हो, लेकिन यह धीरे- धीरे आपकी जिंदगी बत से बदतर कर देता है। 


बार-बार लौटने वाली बीमारी है नशा
युवा पीढ़ी को पागल बना रहे  ड्रग्स का सबसे बुरा असर दिमाग पर पड़ता है, तभी तो इसे लेने के बाद इंसान का  व्यवहार और हरकतें बदल जाती हैं। नशा करने वाला व्‍यक्‍ति हमेशा चिढ़ा हुआ और मानसिक तनाव से ग्रसित होता है। वह बस अपने ख्यालों में ही रहता है, उसे ने आस-पास के माहौल से ज्‍यादा मतलब नहीं होता है। चिंता की बात तो यह है कि नशा बार-बार लौटने वाली बीमारी है। दरअसल इससे दिमाग में लंबे समय तक चलने वाले कैमिकल बदलाव होते हैं, जो नशे की लत को छूटने नहीं देते। 


नशे का दिमाग पर असर 

  • खुद पर नियंत्रण नहीं रहना।
  • याददाश्त कमजोर होना।
  • अपने कार्यों पर किसी तरह का नियंत्रण नहीं होना।
  • बेवजह जोखिम मोल लेना। 
  • समाज एवं परिवार से बिलकुल दूर हो जाना। 

ऐसे लगती है नशे की लत 
गंभीर मामलों में लंबे समय तक किसी नशे का इस्तेमाल करने से दिमाग पर इसका स्थायी असर पड़ सकता है, जिससे नशे के चंगुल में दोबारा फंसने की आशंका होती है। ये जानते हुए भी कि यह चीज़ उनके शरीर को भयंकर नुकसान पहुंचा रही है नशा करने वाले इसकी आदत छोड़ नहीं पाते। शुरुआत में कोई शख्स जब किसी भी उम्र में नशा करता है तो वह बीयर, शराब आदि से शुरुआत करता है। धीरे-धीई उसके नशे की खुराक बढ़ती जाती है। लगातार इस नशे को करने से वह आगे ड्रग्स की तरफ बढ़ता है। ड्रग्स का नशा करते हुए भी वह इसकी मात्रा को बढ़ाता जाता है क्योंकि उसका शरीर ज्यादा नशा मांगता है। 


नशे को कैसे करें ना 

  • कोई भी नशा छोड़ने के लिए पहले उसकी मात्रा कम करें।
  • डायरी में लिखें कि नशा कब और कितनी मात्रा में, किसके साथ लेते हैं। 
  • उसे बार-बार पढ़ें। 
  • पने परिवार का फोटो सामने रखें 
  • बार-बार सोचें कि परिवार  कितनी अहमियत रखता है। 
  • दोस्तों की मदद लें। 
  • छोटे बच्चों  के साथ वक्त बिताएं। 
     
  •  

Related News