नारी डेस्क: रात में मुंह सूखने की समस्या को मेडिकल भाषा में ज़ेरोस्टोमिया कहा जाता है। यह तब होता है जब लार यानी थूक की मात्रा कम हो जाती है। लार की कमी से मुंह में चिपचिपापन महसूस होता है। सामान्यतः नींद के दौरान हमारा शरीर कम लार बनाता है, लेकिन अगर यह समस्या लगातार बनी रहे तो यह बहुत परेशानी वाली बात हो सकती है।
मुंह सूखने के कारण
पानी की कमी: अगर शरीर में पानी की कमी हो, तो लार कम बनने लगती है।
मुंह खुला रखकर सोना: कई लोग सोते समय मुंह खुला रखते हैं, जिससे लार जल्दी सूख जाती है।
ज्यादा कॉफी या अल्कोहल का सेवन: कैफीन और शराब लार की मात्रा को प्रभावित करते हैं।
कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट: कई दवाएं, जैसे एंटीहिस्टामिन, एंटीडिप्रेसेंट और ब्लड प्रेशर की दवाएं लार की कमी कर सकती हैं।
हॉर्मोनल बदलाव: शरीर में हॉर्मोनल बदलाव भी लार की मात्रा को कम कर सकते हैं।

मुंह सूखने के कारण होने वाली समस्याएं
अगर लंबे समय तक मुंह सूखा रहे, तो यह कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। जैसे
दांतों में सड़न
मुंह में छाले
मुंह से बदबू आना
दांत और मसूड़ों में संक्रमण
लार हमारे मुंह में बैक्टीरिया को साफ करने का काम करती है। लार कम होने पर बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं, जिससे ये समस्याएं होती हैं।
रात में मुंह सूखने के साथ अन्य लक्षण
जीभ पर जलन या खुरदुरापन महसूस होना
बोलने या निगलने में कठिनाई
होंठों का फटना
मुंह में बदबू
स्वाद महसूस करने की क्षमता कम होना
गले में खराश
ज्यादा प्यास लगना
नींद में बार-बार जागना
अगर ये लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं तो यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।

रात में मुंह सूखना किन बीमारियों का संकेत हो सकता है?
डायबिटीज (मधुमेह): जब ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है तो शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे लार कम बनने लगती है।
थायरॉयड की समस्या: थायरॉयड के कारण भी लार बनाने वाली ग्रंथियां कमजोर हो सकती हैं।
स्लीप एपनिया: इस बीमारी में लोग सोते समय मुंह खुला रखते हैं, जिससे मुंह सूखने की समस्या होती है।
ऑटोइम्यून डिजीज: जैसे स्जोग्रेन सिंड्रोम जिसमें लार ग्रंथियां प्रभावित होती हैं और लार बनना कम हो जाता है।
इसके अलावा, डिहाइड्रेशन (पानी की कमी), सांस से जुड़ी एलर्जी या संक्रमण, और कई दवाएं भी इस समस्या की वजह बन सकती हैं।
कैसे बचाव करें?
रात में मुंह सूखने की समस्या से बचाव के लिए आप कुछ आसान उपाय कर सकते हैं दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। शरीर हाइड्रेटेड रहेगा तो लार भी ठीक से बनेगी। सोने से पहले अल्कोहल और कैफीन से बचें। ये लार की मात्रा को कम करते हैं। मुंह बंद रखकर सांस लेने की आदत डालें। इससे लार सूखने से बचती है। सोने से पहले माउथवॉश या लार बढ़ाने वाले जेल का इस्तेमाल करें। ये मुंह को नम बनाए रखता है। घर में हवा में नमी बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें। सूखी हवा भी मुंह सूखने की वजह हो सकती है। अच्छे से दांतों और मसूड़ों की सफाई करें। इससे संक्रमण से बचाव होता है।

कब डॉक्टर से मिलें?
अगर मुंह सूखने की समस्या लगातार बनी रहे या साथ में ऊपर बताए गए अन्य लक्षण भी दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से चेकअप कराएं। सही कारण जानना और समय पर इलाज कराना जरूरी होता है ताकि कोई गंभीर समस्या न हो।
रात में मुंह सूखना एक आम समस्या हो सकती है, लेकिन अगर यह बार-बार हो या ज्यादा समय तक बनी रहे तो इसे नजरअंदाज न करें। पानी की कमी, गलत आदतें, कुछ बीमारियां और दवाओं की वजह से यह समस्या हो सकती है। सही समय पर बचाव और इलाज से इस समस्या को ठीक किया जा सकता है और दांत-मसूड़ों की सेहत भी बनी रहती है।