ज्यादातर लोग यह सोचते हैं कि मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल ब्यूटी प्रोडक्ट के तौर पर ही किया जाता है लेकिन इसके कई अन्य हैल्थ बैनिफिट्स भी हैं। इसमें पाए जाने वाले मैग्नीशियम, कैल्शिय, सोडियम और हाइड्रेटेड एल्युमिनियम सिलिकेट तत्व कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से निजात दिलाते हैं। आइए जानते हैं किन बीमारियों में किस तरह से इसका इस्तेमाल किया जा सकता है-
ब्लड सर्कुलेशन ठीक करने में
मुल्तानी मिट्टी की मदद से काफी हद तक रक्त संचार को ठीक कर सकते हैं। इसके लिए थोड़ा-सी मुल्तानी मिट्टी पानी में डालें और उसकी पेस्ट बना लें। इसे शरीर के अलग-अलग हिस्से पर लगाएं। पूरी तरह सूख जाए तो गीले कपड़े से पोंछ दें। इसे लगाने के बाद नहा भी सकती हैं। इससे ब्लड सर्कुलेशन पहले से और अच्छा हो जाएगा।
पेट की जलन और एसिडिटी को करें दूर
मुल्तानी मिट्टी पेट की जलन और एसिडिटी को दूर करने में काफी मददगार है। इसकी तासीर ठंडी होती है। मुल्तानी मिट्टी को 5 से 6 घंटे भिंगोकर रख दें। 6 घंटे बाद इसे एक पट्टी में बांधकर पेट पर रखें। आधे घंटे बाद इसे पेट से हटा लें। आप देखेंगे कि पेट की जलन से आपको राहत मिलेगी।
एंटीसैप्टिक गुणों से भरपूर
मुल्तानी मिट्टी एंटीसैप्टिक गुणों से भरपूर है। इसका इस्तेमाल जलने और कटने के बाद होने वाले संक्रमण को हटाने में किया जाता है। मुल्तानी मिट्टी के रोजाना इस्तेमाल से जलने और कटने का निशान भी दूर हो जाता है।