हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का दिन भोलेनाथ की आराधना के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। खासकर शिव भक्त पूरा साल शिवरात्रि और सावन का सारा साल इंतजार करते हैं। इस बार महाशिवरात्रि का त्योहार 18 फरवरी को मनाया जाएगा। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो इस बार शिवरात्रि पर काफी समय बाद दुर्लभ संयोग बनने वाला है। इस संयोग में भगवान शिव की पूजा करने से शनि देव का भी खास आशीर्वाद मिलेगा। तो चलिए आपको बताते हैं इस बार शिवरात्रि पर कौन सा संयोग बनने वाला है...
शनि प्रदोष व्रत का संयोग बन रहा है
इस बार शिवरात्रि वाले दिन शनि प्रदोष व्रत का संयोग भी बन रहा है। प्रदोष व्रत और शिवरात्रि दोनों ही भगवान शिव को बहुत ही प्रिय हैं। ऐसे में इस साल शिवरात्रि पर शनिदेव कुंभ राशि में विराजमान रहेंगे। इन दोनों ही संयोग में शनि देव की पूजा करने से जातकों को धन, समृद्धि और संपन्नता मिलेगी।
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए करें ये काम
भगवान शिव को न्याय के देवता शनिदेव का गुरु माना जाता है। ऐसे में इस बार महाशिवरात्रि पर शनि प्रदोष व्रत के संयोग में शनि और शिव की पूजा करने से कुंडली में शनि दोष भी दूर होगा। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए आप इस दिन शिवलिंग पर शमी के पत्र अर्पित करें। साथ ही 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। मान्यताओं के अनुसार, इससे शनि की महादशा, साढ़े साती और शनि ढैय्या से आपको छुटकारा मिलेगा।
शनि दोष दूर करने के लिए ये उपाय करें
. महाशिवरात्रि वाले दिन शनि देव का शांत करने के लिए गंगाजल में काला तिल डालकर शिवजी का रुद्राभिषेक करें।
. रुद्राभिषेक करते समय शिव सहस्रनाम का जाप करें। मान्यताओं के अनुसार, इससे आपके जीवन में शनि की पीड़ा कम होगी और भगवान शिव की आप पर कृपा भी बनेगी।
. शनि देव की प्रकोप से बचना चाहते हैं तो शिवरात्रि के दिन शुभ मुहूर्त में बेलपत्र के पेड़ के नीचे किसी गरीब व्यक्ति या फिर ब्राह्माण को खीर खिलाएं। साथ ही शिव चालिसा का पाठ जरुर करें।
. इसके अलावा महाशिवरात्रि वाले दिन शिवजी को अस्त्र त्रिशूल चढ़ाएं। मान्यताओं के अनुसार, इससे आपके जीवन में शनि संबंधी कष्ट दूर होंगे। उड़द की दाल, काले तिल, सरसों का तेल भी भगवान शिव को अर्पित जरुर करें।
. शिवलिंग पर बेलपत्र और शमी का फूल भगवान शिव को अर्पित करें। मान्यताओं के अनुसार, इससे आपको शनि दोष के कारण हो रहे नकारात्मक परिणाम भी जल्द दूर होंगे।