फ्रांस के फेमस लग्जरी शनैल ब्रांड को कौन नहीं जानता। महिलाएं वहां से शॉपिंग करना पंसद करती हैं। ये ब्रांड एक स्टेटस सिंबल है, लेकिन क्या आपको पता है कि इस लग्जरी ब्रांड का ग्लोबल चीफ एग्जीक्यूटिव या सीईओ एक भारतीय मूल की महिला है। जी हां, बिल्कुल सही सुना आपने। इसी साल की शुरुआत में लीना नायर ने ये उपलब्धि हासिल की। लीना कि इस उपलब्धि पर देश की महिलाओं को गर्व है। तो ऐसे में आइए जानते हैं, कौन हैं लीना नायर और क्या है उन सक्सेस स्टोरी जो भारतीय महिलाओं को इतना प्रेरित कर रही हैं।
लीना की शुरुआती शिक्षा कोल्हापुर में हुई है
लीना का जन्म महाराष्ट्र के कोल्हापुर में 1969 में हुआ। उनकी स्कूलिंग कोल्हापुर के होली क्रॉस कॉन्वेंट से हुई है। इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग करने के लिए सांगली में मौजूद वालचंद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में दाखिला लिया और यहां से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। फिर 1990-92 के दौरान उन्होनें अपना एमबीए पूरा किया। उन्हें अपने पिता को यह समझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी कि उन्हें जमशेदपुर जाकर पढ़ना है, जहां ट्रेन से जाने में करीब 48 घंटों का वक्त लगता है।
2013 में लंदन चली गईं
2013 में भारत से लंदन चली गईं जहां उन्हें एक इंगलिश कंपनी के लंदन हेक्वार्टर में लीडरशिप और ऑर्गेनाइजेशन डवलेपेंट का ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया था। इसके बाद 2016 में वह यूनीलीवर की पहली महिला और सबसे कम उम्र की सीएचआरओ बनीं। लीना के पास 30 साल का अनुभव है। नायर ने अपने कार्यकाल में कई एचआर इंटरवेंशन किए। इनमें करियर बाय चॉइस सबसे सराहा जाने वाला इनिशिएटिव था।
सभी को कहा धन्यवाद
शनैल जॉइन करने के बाद लीना ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया था कि 'शनैल में बतौर सीईओ काम करना मेरे लिए सम्मान की बात है। शनैल एक प्रतिष्ठि कंपनी है। मुझे हमेशा इस बात का गर्व रहेगा कि मैंने यूनिलीवर में काम किया। यूनिलीवर से मुझे बहुत प्यार और सम्मान मिला'। लीना नायर की ये कामयाबी हमें प्रेरणा देती है और ये बताती है कि जहां चाह है, वहां राह है, कोई भी अपने सपने पूरे कर सकता है बस हौसले बुलंद होने चाहिए।