हिंदू धर्म में लोग के घरों में आपको तुलसी का पौधा मिल ही जाएगा। उन्हें मां तुलसी पर बहुत आस्था होती है और वो उनकी जल चढ़ा कर पूजा करते हैं। लेकिन आस्था के इस केंद्र को मां लक्ष्मी से दूर ही रखा जाता है। मान्यता है कि धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करने से कभी धन की कमी नहीं आती है। लेकिन मां लक्ष्मी की पूजा में तुलसी का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। ऐसा करने से वो नाराज हो जाती हैं। इसके पीछे क्या कारण है, आइए आपको बताते हैं इसके बारे में....
कहते हैं कि विष्णु जी का शालिग्राम स्वरूप में तुलसी से विवाह हुआ है। इस तरह से तुलसी जी लक्ष्मी जी की सौतन हुईं। ऐसे में लक्ष्मी मां की पूजा में तुलसी का इस्तेमाल नहीं किया जाता है, वो नाराज हो जाती हैं। वहीं भगवान विष्णु को तुलसी बेहद प्रिय है। आप विष्णु जी की पूजा में तुलसी का इस्तेमाल कर सकते हैं। देवी भागवत पुराण में ऐसा कहा गया है कि लक्ष्मी मां की पूजा करते समय गणेश जी की भी पूजा करनी चाहिए। पुराण में लक्ष्मी पूजा से पहले गणेश पूजा किए जाने की बात कही गई है।
इसके अलावा लक्ष्मी माता की पूजा करते समय कुछ अन्य बातों का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। जैसे की पूजा के समय दीपक और प्रसाद लक्ष्मी जी के दाहिने ओर और पुष्प ठीक सामने रखा जाना चाहिए। इसके अलावा अगरबत्ती, धूप और धुएं वाली सभी चीजों को बायीं ओर रखने के लिए कहा गया है। पूजा की शुरुआत स्नान करने के बाद सुबह में करनी चाहिए। ऐसा करने से ही लक्ष्मी माता की पूजा सही से सम्पन्न होती है।
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