कई बार आर्थिक समस्या के कारण मां-पिता दोनों को काम करना पड़ता है और बच्चे किसी और के सहारे छोडऩे पड़ते हैं, लेकिन बच्चों की सही परवरिश भी जरूरी है। बच्चे चाहें कितने भी समझदार क्यों ना हों उन्हें अकेला छोड़ना खतरनाक साबित हो सकता है। चलिए बताते हैं कि किन बातों का ध्यान रखकर आप अपनी चिंता को कुछ हद तक कम कर सकते हैं।
दोनों में से एक, यानी मां चाहे तो घर पर रहकर कुछ काम कर सकती है, इससे बच्चों को भी समय मिलेगा।
आप चाहें तो घर पर मदद के लिए आया रख सकती हैं। घर पर काम करते हुए आपको कहीं आना-जाना पड़े तो आया थोड़ी देर के लिए घर व बच्चों के काम देख सकती है।
अगर बाहर नौकरी करना जरूरी है तो किसी बड़े-बुजुर्ग के साथ रहें। परिवार में बड़े सदस्य होने के कारण बच्चों को मां-बाप की कमी नहीं खलती।
आप बच्चों को जिनके पास भी छोड़ते हैं, वे उन पर ही निर्भर हो जाते हैं। ऐसे में बच्चों का उनसे लगाव होना वाजिब है। ऐसी परिस्थिति में जितना भी समय काम के बाद आपको मिलता है, वह सारा बच्चों संग बिताएं, वर्ना बच्चे दूर होने लगेंगे।
बच्चों को समय-समय पर कहीं न कहीं घुमाने जरूर ले जाएं। उनके बर्थडे उनके दोस्तों संग सैलीब्रेट करें व स्कूल की हर एक्टिविटी में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएं।
सबसे बड़ी बात, उनसे वार्तालाप बनाए रखें, उनकी जरूरतों को समझें व पूरा करें।
बच्चे के पास मोबाइल जरूर छोड़ें ताकि वो आपको समय-समय पर सूचित करता रहे और आप भी वक्त-वक्त पर उसकी खोज-खबर लेते रहे।
बच्चे को अपने सामने दरवाजा बंद करना और खोलना सिखाएं। उसे ये भी बताएं कि ऊपर की कुंडी लगाने की जगह वो नीचे की कुंडी लगाए।
बच्चों को जरूर समझाना चाहिए कि घर पर अकेले रहते समय वे अनजान व्यक्ति से किसी भी तरह की कोई बातचीत न करें। अनजान व्यक्ति से मेल-मिलाप बच्चे के लिए परेशानी कड़ी कर सकता है।