प्यार में सब जायज है यह कहकर अक्सर पति पत्नी पर हाथ भी उठाते है और उनपर हक भी जताते है। लेकिन तापसी की फिल्म 'थप्पड़' ने तो पति-पत्नी के रिश्ते को नए ढंग से सोचने के लिए प्रेरित किया है। मगर आधा समाज यह भी कहता है कि शायद एक इंसान गुस्से में थप्पड़ मार सकता है जोकि सही नहीं है। वहीं इस फिल्म से इंस्पायर्ड होकर राजस्थान पुलिस औरतों की मदद के लिए एक कदम उठाया है।
उन्होंने एक हेल्पलाइन नंबर डिस्कवर किया है जिसपर औरतें कभी भी कॉल कर सकती है। वो मेंटल से लेकर घरेलू हिंसा जैसी प्रॉब्लम्स के बारें में आसानी-से पुलिस से कह सकती है। उन्होंने इस बात की सूचना ट्विटर पर खुद दी है जो अब वायरल स्टोरीज में से एक है। उन्होंने लिखा है कि “घरेलू हिंसा है एक #थप्पड़ ! मानसिक उत्पीड़न है एक #थप्पड़ ! 1090, 112 डायल करें या अपने नज़दीकी #PS में Complain करें।” The banner also says, “Just a slap par nahi maar sakta”
वहीं तापसी को भी इस सुचना की खबर मिली तो वो बेहद खुश हुई और उन्होंने इसकी तारीफ भी की। मगर सवाल यह उठता है कि लोगों को इस फिल्म का टॉपिक आलोचना लायक लगा ?