कैंसर एक ऐसी जानलेवा बीमारी है जिसके कारण देश में हर साल लाखों करोड़ों लोगों की जान जाती है। इस बीमारी के प्रति लोगों में जागरुकता न होने के कारण इसके मामले बढ़ रहे हैं। अब हाल ही में वर्ल्ड हेल्थ डे 2024 के लिए अपोलो अस्पताल ने एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट में उन्होंने भारत को कैंसर की राजधानी का नाम दे दिया है। चिंता की बात यह है कि कैंसर के मामले अब और भी तेजी से बढ़ रहे हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में भारत में 14 लाख लोगों को कैंसर था अब वहीं 2025 तक यह संख्या बढ़कर 15.7 लाख तक होने की उम्मीद है। कैंसर के मामले भारत में क्यों बढ़ रहे हैं इसका क्या कारण है और इससे बचाव कैसे किया जा सकता है आज आपको यह बताएंगे। आइए जानते हैं।
भारत में बढ़ रहे मामले
जारी किए गए डेटा के अनुसार, देश में कैंसर के मामले जिस तरह से बढ़ रहे हैं वह बहुत ही चिंता वाले हैं। कैंसर के मामलों में वैश्विक दरों को देखते हुए भारत विश्व में कैंसर की राजधानी बने हैं। भारत में साल 2020 में करीबन 12 लाख नए कैंसर के मामले और 9.3 लाख मौतें दर्ज हुई थी उस समय एशिया में कैंसर की बीमारी के बाद भारत दूसरा सबसे बड़ा देश था। महिलाओं में सबसे मुख्य होने वाला कैंसर ब्रेस्ट, सर्वाइकल और ओवेरियन है जबकि पुरुषों में फेफड़े, मुंह और प्रोस्टेट कैंसर ज्यादा पाए जाते हैं।
कैंसर बढ़ने का मुख्य कारण
आईसीएमआर के अनुसार, भारत में कैंसर के मामले पिछले कुछ सालों में लगातार बढ़ते जा रहे हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो इसका कारण रहन-सहन, वातावरण, आर्थिक सामाजिक स्थिति से जुड़े हुए कारक जिम्मेदार हैं। इसके अलावा सिगरेट और तंबाकू जैसे उत्पादों का सेवन करने के कारण गले, मुंह और फेफड़े के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
मोटापा और प्रदूषण जिम्मेदार
शहरों में वाहनों और कारखानों में से निकलने वाला प्रदूषण हवा में जाकर जहरीली कण फैलाता है। इसके कारण कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है। यह प्रदूषण देश की आबादी को इस तरह प्रभावित कर रहा है कि बीमारी का जोखिम बढ़ता जा रहा है। इसके अलावा खान-पान की आदतें भी इसका बड़ा कारण है। डिब्बाबंद, प्रोसेस्ड फूड खाने, फिजिकल एक्टिविटी कम करने के कारण मोटापा बढ़ रहा है। बढ़ते मोटापे के कारण ब्रेस्ट, पेट और गर्भाश्य का कैंसर का खतरा बढ़ता है।
कैसे करें बचाव?
. इससे बचने के लिए तंबाकू और धूम्रपान जैसी आदतों को छोड़ दें।
. वजन कंट्रोल रखें।
. हेल्दी डाइट लें।
. नियमित एक्सरसाइज करें।
. समय-समय पर अपनी जांच करवाएं।
. स्ट्रेस से दूर रहें।
. यदि कोई भी समस्या होती है तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं।