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निमोनिया के लक्षण और कारण जानकर ऐसे करें, जानिए देसी इलाज

  • Edited By Vandana,
  • Updated: 16 Nov, 2019 07:18 PM
निमोनिया के लक्षण और कारण जानकर ऐसे करें, जानिए देसी इलाज

Nimoniya In Hindi : भारत में निमोनिया रोग के चलते हर घंटे में 14 बच्चे अपनी जान गंवा देते हैं। इन बच्चों की उम्र 5 साल से कम है। दुनियाभर में  इस मामले में भारत दूसरे स्थान पर है। इसी रोग से पिछले साल 1.27 लाख बच्चों की मौत हुई। यूनिसेफ की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले वर्ष निमोनिया के कारण (Reason For Nimoniya) पांच वर्ष से कम उम्र के आठ लाख से अधिक बच्चों की मौत हुई यों कहें कि हर 39 सेकेंड में एक बच्चे की मौत हुई। इस रोग का संबंध अशिक्षा और गरीबी से भी संबंध है। कुपोषण और प्रदूषण भी इसकी एक बड़ी वजह है।

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निमोनिया के मामले आगे ये 5 देशः

क्र.स.    देश              मौतें

1.         नाईजीरिया     1,62,000
2.         भारत            1,27,000
3.         पाकिस्तान     58,000
4.          कांगो           40,000
5.          इथोपिया      32,000

बता दें कि निमोनिया की समस्या वायरल व बैक्टीरियल इंफेक्शन के चलते होती है और जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती हैं उन्हें इसका खतरा ज्यादा रहता है। यह समस्या सर्दियों में होती है जिससे फेफड़ों में इंफेक्शन के साथ सूजन व पानी भी भर जाता है। हाल ही में लता मंगेशकर जी को भी इंफैक्शन के बाद निमोनिया (pneumonia) हो गया था लेकिन अब वह ठीक हैं।

 

निमोनिया रोग के लक्षण (Pneumonia Symptoms In Hindi) 

. तेज बुखार
. खांसी के साथ बलगम आना
. कई बार खांसी में से खून आना
. सांस लेने में परेशानी
. सांसे व दिल की धड़कन तेज होना
. बेचैनी महसूस होना
. सीने में दर्द
. भूख ना लगना
. ब्लड प्रेशर कम रहना
.जी मचलना और उल्टी आना

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चलिए अब हम आपको कुछ घरेलू टिप्स बताते हैं, जिससे आप निमोनिया से बचाव कर सकते हैं।

 

निमोनिया में क्या खाएं और क्या नहीं

काली मिर्च, हल्दी, अदरक, हरी पत्तेदार सब्जियां, पालक का रस, साबुत अनाज, दलिया, सूप और खिचड़ी खाएं और जंक फूड्स, मसालेदार भोजन, कोल्ड ड्रिंक्स, ठंडी चीजे और प्रोसेस्ड फूड्स से दूरी बना लें।

निमोनिया के कुछ घरेलू नुस्खे जो रखेंगे बचाव

.अदरक-तुलसी का रस शहद में मिलाकर पीएं।
.लौंग के तेल से छाती की मालिश करें। इससे निमोनिया से होने वाली सूजन व दर्द से राहत मिलेगी।
.तुलसी की चाय या काढ़ा बनाकर पीएं। यह बैक्टीरियल व वायरल इंफैक्शन में काफी फायदेमंद है। आप चाहें तो इसकी पत्तियों को चबा भी सकते हैं।
.एक कप दूध में चार कप पानी डालें। इसमें आधा चम्मच लहसुन डालकर उबालें। जब यह 1/4 रह जाए तो दिन में 1 बार सेवन करें।
.स्टीम लें इससे इंफैक्शन से लड़ने की ताकत मिलती है।
. जैतून या सरसों के तेल को पानी में उबालकर भाप लें।
.दिन में 2 बार गर्म दूध में हल्दी पाउडर डालकर सेवन करें।
.आधा चम्मच हल्दी व चौथाई चम्मच काली मिर्च पाउडर को एक गिलास गुनगुने पानी में मिलाकर पीएं।

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निमोनिया से बचाव के लिए याद रखें ये जरूरी बातें

. लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टरी उपचार करवाएं।
. खांसते हुए मुंह पर नैपकिन रखें ताकि दूसरों को इंफैक्शन ना हो।
. निमोनिया से बचाव के लिए टीके लगाएं
. धूम्रपान से दूरी बना कर रखें।
. स्वस्थ भोजन लें और अधिक से अधिक पानी पीएं।
. इसके अलावा योग, एक्सरसाइज करें और पूरी नींद लें।

आपको हमारा यह पैकेज कैसा लगा हमें बताना ना भूलें।

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