बुजुर्गों के अलावा बीमार लोगों को भी कोरोना वायरस का खतरा अधिक होता है। रेस्पिरेट्री सिस्टम से जुड़ा यहां संक्रामक उन लोगों के लिए ज्यादा हानिकारक है जो रेस्पिरेटरी सिस्टम से जुड़ी हुई बीमारियों से जूझ रहे हैं जैसे कि अस्थमा। ऐसा इसलिए क्योंकि इन मरीजों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, जिसकी वजह से वो जल्दी इसकी चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ टिप्स और घरेलू नुस्खें देंगे, जिससे आप इस बीमारी से अपना बचाव कर सकते हैं।
अस्थमा के लक्षण
. ठंडी हवा में सांस लेने से हालत गंभीर होना।
. एक्सरसाइज अधिक करने से
. कई बार उल्टी होना।
. बलगम वाली खांसी या सूखी खांसी।
. सीने में जकड़न जैसा महसूस होना।
. सांस लेने में समस्या या आवाज आना।
ऐसे करें बचाव
. घर से बाहर ना निकलें और अगर जरूरत पड़ने पर बाहर जा रहे हैं तो पूरे दिशा-निर्देशों का पालन करें।
. अपने डॉक्टर से संपर्क में रहें और दवाइयां लेते रहें।
. प्रत्येक व्यक्ति से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें।
. धूल, धुंआ, पोलन जैसी चीज़ों से दूर रहें।
. तनाव और घबराहट से पार पाना सीखें, क्योंकि इससे भी अस्थमा अटैक हो सकता है।
. अपनी दवाइयां समय पर लें और साथ-साथ डाइट का भी खास ख्याल रखें।
अस्थमा अटैक आने पर क्या करें...
ऐसी स्थित में सबसे पहले एमरजेंसी नंबर पर फोन करें। इिस दौरान धीरे-धीरे मुंह से सांस लेते रहें और फिर मुंह बंद करके नाक से सांस लें। हर 20 मिनट पर 2 बार इनहेलेंट का यूज करें, जब तक सहायता ना आ जाए।
अब जानते हैं कुछ घरेलू नुस्खे...
1. मेथी को पानी में उबाल कर इसमें शहद और अदरक का रस मिलाकर रोजाना पीएं।
2. 2 टीस्पून आंवला पाउडर में 1 टीस्पून शहद मिलाकर सुबह खाली पेट सेवन करें।
3. पालक और गाजर के रस को मिलाकर रोजाना पीने से भी अस्थमा की समस्या दूर होती है।
4. बड़ी इलायची, खजूर, अंगूर और शहद को बराबर मात्रा में मिलाकर रोजाना खाएं।
5. सूखी अंजीर के 4 दाने रातभर पानी में भिगोएं। सुबह खाली पेट इसे खाने से अस्थमा में राहत मिलेगी।
इन बातों का भी रखें ध्यान
-फास्ट फूड्स, जंक फूड्स, मसालेदार भोजन, शराब, सिगरेट से परहेज करें
-तनाव, चिंता, डर वगैरह से बचें क्योंकि यह अटैक की वजह बन सकता है
-रोजाना व्यायाम करें, ताकि आपको सांस लेने में मुश्किल ना हो। इसके लिए डॉक्टर से सलाह लें।
-नम और उमस वली जगह से दूर रहें और बाहर निकलने से पहले अपने पास इनहेलर जरूर रखें।