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औरतों में पुरुषों से अधिक जानलेवा High BP, जानिए देसी नुस्खें जो रखेंगे कंट्रोल

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 17 Jun, 2021 12:00 PM
औरतों में पुरुषों से अधिक जानलेवा High BP, जानिए देसी नुस्खें जो रखेंगे कंट्रोल

हाई ब्लड प्रेशर यानि हाइपरटेंशन की समस्या आजकल आम देखने को मिलती है, जिसका कारण कहीं ना कहीं हमारा गलत लाइफस्टाइल हैं। मगर, नार्वे की 10 साल तक स्टडी में सामने आया कि हाई बीपी का सबसे ज्यादा असर महिलाओं पर पड़ता है।  यही नहीं, 40 की उम्र के बाद महिलाओं में इससे धमनी संबंधी बीमारी और जल्दी मृत्यु का जोखिम भी बढ़ जाता है।

क्या है हाइपरटेंशन?

हाइपरटेंशन यानी उच्च रक्तचाप वह स्थिति होती है, जब धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ता है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें तनाव, फास्ट फूड, व्यायाम की कमी, धूम्रपान का सेवन आदि शामिल है। सामान्य रक्तचाप का रेंज 120/80 MMHG होता है। हाइपरटेंशन बढ़ने से इसका असर शरीर के मुख्य अंगों जैसे, ब्रेन, किडनी, हृदय, आंख आदि पर होता है।

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12,329 महिला -पुरुषों पर 16 साल चला शोध

वैज्ञानिकों ने 1992 में 12,329 41 साल के पुरुषों व महिलाओं  पर शोध किया, जिसमें 16 साल उनके ब्लड प्रेशर व दिल की सेहत पर नजर रखी गई। स्टडी में सामने आया कि महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले बीपी की समस्या कम थी। 25% महिलाओं और 35% पुरुषों में स्टेज - 1 का रक्तचाप मिला। जबकि 14% महिलाओं व 31% पुरुषों में स्टेज-2 का ब्लड प्रेशर (140/90) था। हालांकि अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन इसे नॉर्मल मानता है।

स्टडी में सामने आया कि महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले दिल के रोग के जोखिम वाले कारक भी कम थे और उनमें BMI व कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम था। कुछ समय बाद 1.4% महिलाओं और 5.7% पुरुषों को दिल की बीमारी के कारण हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा या इसके कारण उनकी मौत हो गई।

महिलाओं के लिए अधिक जानलेवा हाई बीपी

शोध में पाया गया है कि जिन महिलाओं का बीपी नॉर्मल था , बाद में उनमें दिल के रोगों का खतरा दोगुना हो गया। ऐसे में वैज्ञानिकों का कहना है कि हाई बीपी पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के लिए ज्यादा खतरनाक है। 40 की उम्र के बाद महिलाओं में स्टेज-1 ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है।

दिल और दिमाग को कमजोर करता है हाई ब्लड प्रैशर

हाई बल्ड प्रेशर के कारण- हार्ट-अटैक, कार्डियक अरेस्ट और ब्रेन स्ट्रोक होने का डर रहता है। कई बार तो हाई बी-पी की वजह से इंसान अपाहिज भी हो जाता है। यही नहीं, इसके कारण किडनी व शरीर के अन्य अंग काम करना बंद कर सकते हैं इसलिए बीमारी को गंभीरता से लें।

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हाई बीपी के लक्षण

. बेचैनी व सांस लेने में तकलीफ
. कमजोरी महसूस होना
. सुस्ती व थकावट महसूस
. अचानक तेज सिरदर्द
. धुंधला दिखाई देना
. छाती में तेज दर्द
. दिल की धड़कन बढ़ना

ब्लड प्रेशर को कैसे करें कंट्रोल

सामान्य रक्तचाप की रेंज 120/80 MMHG होती है, इससे ज्यादा या कम बीपी होना सेहत को नुकसान पहुंचाता है।

. इसे कंट्रोल करने के लिए नमक, मसालेदार व ऑयली फूड्स से दूर बनाएं। साथ ही डाइट में 50% फल और कच्ची सब्जियां शामिल केरं।
. सुबह खाली पेट लौकी रस  या तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीएं।
. रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम या योग करें। इसके अलावा फिजिकल एक्टिविटी करते रहें।
. खुद को तनाव से दूर रखें क्योंकि इससे भी ब्लड प्रेशर बड़ सकता है। साथ ही गुस्सा, परेशानी और निगेटिव एनर्जी से दूर रहें।
. प्याज के रस में 1 चम्मच शुद्ध देसी घी मिलाकर खाने से भी फायदा होगा।
. धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें।

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6 महीने में एक बार चेकअप जरूरी

40 की उम्र के बाद हर व्यक्ति को 6 महीने में एक बार BP चेक करवाना चाहिए, ताकि इसके खतरे को समय रहते कम किया जा सके।

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