नारी डेस्क: गुजरात के पंचमहल जिले से एक चौंकाने वाली और दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। जिले के विभिन्न इलाकों में एक रहस्यमयी वायरस ने बच्चों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया है। अब तक इस वायरस से तीन बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि एक बच्चा वडोदरा के एसएसजी अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है।
मानसून के साथ बीमारियों का कहर, बढ़ा बच्चों पर खतरा
जैसे ही प्रदेश में मानसून ने दस्तक दी, बीमारियों का खतरा भी बढ़ने लगा। पंचमहल जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों से बीते एक सप्ताह में बच्चों की रहस्यमयी मौतों की खबरें सामने आई हैं। शहरा तालुका के डोकवा गांव। गोधरा तालुका के खजूरी गांव। हालोल तालुका के जांबुड़ी गांव। इन तीन गांवों में बच्चों की मौत हुई है। वहीं, गोधरा तालुका के करसाणा गांव का एक बच्चा वडोदरा के अस्पताल में भर्ती है।
पहले चांदीपुरा वायरस की आशंका, लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव
शुरुआत में इन मौतों का कारण चांदीपुरा वायरस को माना गया था। यह वायरस सैंड फ्लाई नामक मक्खी के जरिए फैलता है। हालांकि, जांच में सामने आया कि सभी मृत बच्चों की रिपोर्ट में चांदीपुरा वायरस नेगेटिव पाया गया है। इससे अब वायरस की पहचान और भी जटिल हो गई है।
ICMR की टीम मौके पर, सैंड फ्लाई पर रिसर्च जारी
स्थिति को गंभीरता से लेते हुए, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) की पांडिचेरी शाखा से एक छह सदस्यीय विशेषज्ञ टीम पंचमहल पहुंची है। टीम ने डोकवा, खजूरी और जांबुड़ी सहित कई गांवों का दौरा किया और कच्चे मकानों की दीवारों की दरारों में से सैंड फ्लाई को वैक्यूम मशीन की मदद से एकत्र किया है। मकसद है वायरस के स्रोत का पता लगाना और संक्रमण के फैलाव को रोकना।
जिला स्वास्थ्य विभाग सतर्क, रोकथाम के प्रयास तेज
पंचमहल का जिला स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया है। विभाग द्वारा: ग्रामीण क्षेत्रों में सर्विलांस अभियान चलाया जा रहा है। दवाओं का छिड़काव और कच्चे मकानों की मरम्मत का कार्य शुरू किया गया है। साथ ही ग्रामीणों को भी सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
मौत की असली वजह अब भी रहस्य
फिलहाल बच्चों की मौत का ठोस कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। ICMR और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम वायरस की पहचान और प्रसार की दिशा में गहन जांच में जुटी है। रिपोर्ट आने तक स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की अपील
स्वास्थ्य अधिकारियों ने आम लोगों से अपील की है कि- घर के आसपास साफ-सफाई रखें। बच्चों में बुखार या कमजोरी के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। स्वयं इलाज करने से बचें और स्वास्थ्य केंद्रों से संपर्क करें। स्थिति पर हमारी नजर बनी हुई है। जैसे ही जांच रिपोर्ट या अपडेट सामने आएगा, हम आपको तुरंत सूचित करेंगे।