गोलगप्पे का नाम सुनते ही सबके मुंह में पानी आ जाता है। शहरों से लेकर गांवों तक रहने वाले लोग इसके खट्टे स्वाद के दीवाने हैं। लेकिन क्या यह गोलगप्पा आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। इसका स्वाद बढ़ाने वाला पानी आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इस पानी को बनाने के लिए नमक के तेजाब का इस्तेमाल होता है जिसके कारण पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। आज आपको इस आर्टिकल के जरिए बताते हैं कि आखिर नमक के तेजाब वाले पानी की पहचान आप कैसे कर सकते हैं और यह आपकी सेहत को क्या-क्या नुकसान पहुंचाता है।
गोलगप्पे के पानी में तेजाब
हाल ही में एनबीटी स्टिंग में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस दौरान पता चलता है कि गोलगप्पों में इस्तेमाल होने वाले पानी में एसिड मिलाकर बेचा जा रहा है। आम भाषा में इसे नमक का तेजाब यानी की हाइड्रोक्लोरिक एसिड कहा जाता है। इस एसिड से इमली, खटाई और आमचूर डाले बिना गोलगप्पे का पानी चटपटा और टेस्टी हो जाता है। लेकिन यह एसिड आपके शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है। इस पानी का सेवन करने के बाद आपको कई तरह की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। डॉक्टरों ने भी इसे मीठा जहर बताया है।
पानी में मिलाया जा रहा एसिड
नमक के तेजाब लिक्विड के रुप में होता है परंतु इसकी खरीददारी काफी होती है। इस स्टिंग के दौरान गोलगप्पे बेचने वाले दुकानदारों ने बताया है कि एसिड बाजार में आसानी से मिल जाता है। 50 लीटर पानी में सिर्फ 400 ग्राम एसिड डालने से पानी का स्वाद चटपटा होने लगता है। लोगों के इस बारे में बिल्कुल भी न पता चले इसके लिए इसमें इमली, आमचूर मिलाया जाता है।
इस तरह करें मिलावटी पानी की पहचान
गोलगप्पे के पानी में मिलावट है या नहीं इस बात का पता करने के लिए आपको गोलगप्पे के पानी से भरे जार की ओर ध्यान देना चाहिए। यदि जार का रंग हल्का हुआ है तो इसका अर्थ है कि उसमें मिलावट की गई है। यदि स्टील की प्लेट्स में गोलगप्पे खाते हुए तो स्टील पूरी तरह चमकदार नहीं है तो पानी में एसिड हो सकता है।यदि आपको गोलगप्पे खाते हुए लगता है कि दांतों पर लेयर बन रही है तो यह भी मिलावट का कारण हो सकता है। अगर गोलगप्पे में एसिड मिला होगा तो स्वाद कड़वा लगेगा और पेट में जलन महसूस होगी।
गोलगप्पे से सेहत को नुकसान
गोलगप्पे का पानी बनाने के लिए कई तरह के मसाले इस्तेमाल होते हैं। पानी में हींग, नमक, पुदीना और कई तरह के मसाले मिलाए जाते हैं। इन मसालों का सेवन करने के कारण
. डिहाइड्रेशन
. डायरिया
. उल्टी, दस्त, पीलिया
. अल्सर
. पाचन संबंधी समस्याएं
. आंतों में सूजन
. पेट में दर्द