पत्थरी दो तरह की होती है- गुर्दे की पत्थरी और पित्ते की पत्थरी। गुर्दे में पत्थरी होने पर पेट के नीचले हिस्से में तेज दर्द होता है और यह पेशाब के रास्ते बाहर निकल जाती है जो ज्यादा परेशान नहीं करती लेकिन पित्ते में पत्थरी होने पर पेट के दाईं हिस्से में दर्द रहता है और इसे सिर्फ सर्जरी करके ही निकाला जाता है। पित्ते में पत्थरी होने पर ऑपरेशन करके पित्ते को ही बाहर निकाल दिया जाता है जो काफी तकलीफदेह होता है और इससे आगे जाकर रोगी की पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है। ऐसे में कुछ घरेलू उपाय अपना सकते हैं जिससे हो सकता है कि ऑपरेशन की जरूरत ही न पड़े और पत्थरी ऐसे ही बाहर निकल जाए।
1. सेब का जूस और सिरका सेब में मौजूद फोलिक एसिड पत्थरी को गलाने में मदद करता है। रोजाना सेब या इसके जूस का सेवन करने से काफी फायदा होता है। इसके अलावा 1 गिलास सेब के जूस में 1 चम्मच सेब का सिरका मिलाएं और इस जूस को रोजाना दिन में 2 बार पीने से काफी हद तक पत्थरी घुलने लगती है। 2. नाशपाती का जूस नाशपाती के जूस में मौजूद पैक्टिन लिवर में कोलेस्ट्रॉल को बनने और जमने से रोकते हैं जो पत्थरी के मुख्य जिम्मेदार होते हैं। इसके लिए 1 गिलास गर्म पानी में 1 गिलास नाशपाती का जूस और 2 चम्मच शहद मिलाकर पीएं। इस जूस को दिन में 3 बार पीने से फायदा होता है। 3. चुकंदर, खीरा और गाजर इसके लिए 1 चुकंदर, 1 खीरा और 4 गाजर को पीसकर जूस बना लें। इस जूस को हर रोज दिन में 2 बार पीएं। इसमें मौजूद विटामिन सी और कोलोन नामक तत्व ब्लैडर में से विषैले पदार्थों को बाहर निकालते हैं जिससे पत्थरी भी बाहर निकल जाती है। 4. पुदीना पुदीने में मौजूद तारपीन पत्थरी को गलाने में मदद करता है। इसके लिए पानी को गर्म करें और उसमें ताजी या सुखी पुदीने की पत्तियां डालकर उबालें। अब इस पानी को छानकर उसमें शहद मिलाएं और दिन में 2 बार पीएं। 5. सेंधा नमक हल्के गुनगुने पानी में 1 चम्मच सेंधा नमक मिलाकर पीने से भी पत्थरी साफ हो जाती है। दिन में 2-3 बार इस पानी का सेवन करने से फायदा होता है।
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