नवजात बच्चे की इम्यून सिस्टम काफी कमजोर होता है लेकिन जैसे जैसे वह बढ़ता है शिशु की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होना शुरू हो जाती है इसलिए तो 6 माह तक शिशु को केवल मां का दूध पीने की ही सलाह दी जाती है क्योंकि मां का दूध उसे पोषण भी देता है और इम्यूनिटी को मजबूत भी करता है। 6 महीने के बाद नवजात को चावल का पानी और कुछ दालों का सूप दिया जाने लगता है और धीरे-धीरे उसकी डाइट बढ़ाई जाती है।
दाल का पानी, बच्चे के लिए बहुत जरूरी माना जाता है क्योंकि दालों में भरपूर प्रोटीन पाया जाता है लेकिन मांएं खासकर, नई नई मां बनी महिलाएं इस बात को लेकर असमंजस में रहती हैं कि वह कौन सी दाल से शिशु के डाइट की शुरुआत करें तो चलिए आपको उन्हीं तीन दालों के बारे में बताते हैं जो आप बेबी की डाइट में शुरुआती तौर पर शामिल कर सकते हैं।
मूंग की दाल
मूंग की दाल नवजात के लिए बहुत बढ़िया मानी जाती हैं क्योंकि अन्य दाल की तुलना में मूंग की दाल हल्की होती है जो जल्दी पच जाती है। इस दाल में अधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फाइबर, फोलिक एसिड आदि भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करती है।
मसूर दाल
मसूर की दाल में भी फाइबर, प्रोटीन, विटामिन बी, आयरन, जिंक और कैल्शियम भरपूर होता है। इससे शिशु की हड्डियां मजबूत करने, दिमागी विकास और हार्ट प्रॉब्लम को रोकने में मदद मिलती है। इस में ऐसे पेप्टाइड्स पाए जाते हैं, जो शरीर में एंटीमाइक्रोबियल यानी जीवाणु रोधी गतिविधि को बढ़ाते हैं। इसकी वजह से संक्रमण का खतरा कम करने में मदद मिलती है।
चने की दाल
चने की दाल में प्रचुर मात्रा में फाइबर और प्रोटीन पाया जाता है। फाइबर पाचन को दुरुस्त बनाता है। साथ ही पेट में दर्द और कब्ज जैसी परेशानियों से भी राहत दिलाता है। शरीर को तंदुरुस्त बनाए रखने के साथ-साथ यह एनर्जी भी बरकरार रखती है। इससे शिशु की हड्डियां और मांसपेशियों मजूबत होती है।