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नवरात्रि से पहले लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानें तिथि और सूतक काल का समय

  • Edited By PRARTHNA SHARMA,
  • Updated: 19 Mar, 2025 06:03 PM
नवरात्रि से पहले लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानें तिथि और सूतक काल का समय

नारी डेस्क: हिंदू धर्म में ग्रहण का विशेष महत्व है। ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण को एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना माना गया है। इसे न केवल ज्योतिषियों द्वारा, बल्कि वैज्ञानिकों द्वारा भी ध्यानपूर्वक देखा जाता है। हाल ही में, 14 मार्च को साल का पहला चंद्र ग्रहण हुआ था। अब, साल का पहला सूर्य ग्रहण होने जा रहा है, जो 29 मार्च 2025 को लगेगा। यह सूर्य ग्रहण चैत्र नवरात्रि से एक दिन पहले होगा। आइए जानते हैं सूर्य ग्रहण से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण मान्यताएं।

सूर्य ग्रहण के दौरान खाने-पीने से जुड़ी मान्यताएं

गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष सावधानी: सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहण का प्रभाव उन पर अधिक हो सकता है, इसलिए उन्हें इस दौरान कुछ खास उपाय करने की सलाह दी जाती है।

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खाना-पीना मना होता है: सूर्य ग्रहण के समय खाना-पीना मना होता है। मान्यता है कि ग्रहण के दौरान भोजन से शरीर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो सकता है। इसलिए ग्रहण के समय भोजन से बचने की सलाह दी जाती है।

गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष कार्यों से बचने की सलाह: इस दौरान गर्भवती महिलाओं को कुछ भी छीलने या काटने से बचना चाहिए। यह विश्वास है कि ऐसा करने से उनके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

तुलसी के पानी का सेवन: माना जाता है कि ग्रहण के दौरान पानी में कुछ तुलसी के पत्ते डालकर उसे उबालकर पीना चाहिए। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

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बीमार और बुजुर्गों के लिए उपवास से बचने की सलाह: जो लोग बीमार हैं या बुजुर्ग हैं, उन्हें ग्रहण के दौरान उपवास नहीं करना चाहिए। यह उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

मेवे का सेवन: सूर्य ग्रहण के दौरान आप कम मात्रा में मेवे ले सकते हैं। मेवे शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और इन्हें खाने से कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता।

सात्विक भोजन की सलाह: महिलाओं को ग्रहण के दौरान सात्विक भोजन लेने की सलाह दी जाती है। यह भोजन शरीर और मन दोनों को शुद्ध करता है और आत्मिक शांति प्रदान करता है।

सूतक काल की जानकारी

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। सूतक काल के दौरान कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। यह समय पवित्रता बनाए रखने के लिए होता है। इस बार, सूतक काल 28 मार्च की रात से शुरू होगा, जो 29 मार्च के सूर्य ग्रहण के बाद खत्म होगा। सूतक काल के दौरान विशेष ध्यान रखना चाहिए और कोई भी शुभ कार्य जैसे पूजा-पाठ या घर की साफ-सफाई नहीं करनी चाहिए।

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साल का पहला सूर्य ग्रहण कब होगा?

साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को होगा। यह सूर्य ग्रहण चैत्र नवरात्रि से एक दिन पहले आएगा। भारतीय समयानुसार, सूर्य ग्रहण दोपहर 2 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगा और शाम 6 बजकर 16 मिनट पर समाप्त होगा। इस ग्रहण की अवधि लगभग 3 घंटे 53 मिनट होगी।

इस प्रकार, सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ खास मान्यताएं और सावधानियों को ध्यान में रखते हुए, हम अपनी दिनचर्या में सुधार कर सकते हैं। ग्रहण को लेकर सावधानी बरतने से न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक शांति भी प्राप्त होती है।

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