होली का त्योहार हर कोई बड़ी ही मस्ती से मनाता है। इस बार यह 29 मार्च दिन सोमवार को मनाई जाएगी। बात बच्चों की करें तो वे रंगों से खेलने के लिए काफी उत्साहित होते हैं। मगर इस दौरान बच्चे की सेफ्टी का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। नहीं तो बच्चे को किसी तरह की चोट लग सकती है। ऐसे में उनकी सेफ्टी का ध्यान रखते हुए पेरेंट्स को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। तो चलिए जानते है उन सेफ्टी रूल्स के बारे में...
घर से दूर ना जाने दें
बच्चे को घर से ज्यादा दूर जाने की परमिशन ना दें। साथ ही उसपर कड़ी नजर रखें कि उसे किसी तरह का कोई नुकसान ना हो। बच्चे के पास छोटी बाल्टी में ही पानी रखें। ताकि वे पिचकारी भरते समय उसमें गिरे ना।
सेफ्टी एक्सेसरीज पहनाएं
बच्चे को होली खेलते समय चोट ना लगे इसके लिए उन्हें सेफ्टी एक्सेसरीज पहनना बेस्ट आइडिया है। इसके लिए आप उन्हें आंखों पर चश्मा और सिर पर कैप पहनाएं। इसके साथ ही शरीर बालों पर नारियल, जैतून आदि तेल से मसाज करें। ताकि रंग का बुरा असर बच्चे पर ना हो।
सही कपड़े पहनाएं
बच्चे को ऐसे कपड़े पहनाएं जिसमें उसका पूरा शरीर अच्छे से कवर हो। ताकि स्किन एलर्जी से बचा जा सकते हैं।
इको-फ्रेंडली कलर्स करें यूज
बच्चों की स्किन बहुत ही नाजुक व कोमल होती है। ऐसे में कैमिकल वाले रंगों से स्किन एलर्जी हो सकती है। इसके लिए आप उन्हें इको-फ्रेंडली व हर्बल कलर ही ला कर दें। ऐसे रंगों से स्किन को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है। साथ ही कपड़ों से रंग उतारना भी आसान होता है।
पानी से न खेलने दें
बच्चों को सिर्फ गुलाल से होली खेलने की परमिशन दें। एक-दूसरे पर बार-बार पानी डालने से उन्हें सर्दी, खांसी व बुखार हो सकता है। इसके अलावा आप चाहे तो बच्चे को पिचकारी दे सकते हैं। साथ ही उन्हें इसे 2-3 बार ही इस्तेमाल करने की परमिशन दें।
वाटर बैलून से ना खेलने दें
बच्चों को पानी के गुब्बारों से खेलना पसंद होता है। मगर इससे उन्हें चोट लगने का डर रहता है। एक-दूसरे पर वाटर बैलून फेंकने से यह बच्चे के कान, नाक, आंख व त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है।
छोटे बच्चे के मुंह से रंग रखें दूर
आमतौर पर छोटे बच्चों को हर चीज मुंह में डालने की आदत होती है। ऐसे में इस बात का खास ध्यान रखें कि आपका बच्चा ऐसा ना करें। असल में, इन रंगों को बनाने में कैमिकल्स का इस्तेमाल होता है। ऐसे में बच्चे की सेहत को नुकसान हो सकता है।
खाने का भी रखें ख्याल
अक्सर बच्चे होली खेलने के चक्कर में ठीक से खाते नहीं है। इसके अलावा वे भारी मात्रा में मीठी चीजों का सेवन करते हैं। ऐसे में आप उनके खाने-पीने का अच्छे से ध्यान रखें। ताकि वे बीमार ना हो।