पलक में गांठ या दानें, दर्द महसूस हो तो इसे हल्के में ना लें क्योंकि यह इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। मेबोमियन या ऑयल ग्लैंड में ब्लॉकेज के कारण पलकों की ग्रंथि में गांठ बन जाती है, जिसके कारण काफी दर्द होता है। हालांकि कई बार यह बिना इलाज कुछ दिनों में ठीक हो जाती हैं लेकिन इसे हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है क्योंकि आमतौर पर यह बिलनी होने के बाद विकसित होती है। वहीं पलकों पर बनी गांठ Eye Cancer का संकेत भी हो सकती है।
किन कारणों से होती है पलकों पर गांठ?
. पलकों के ऊपर या निचे मौजूद मेबोमियन ग्लैंड में ब्लॉकेज
. सेबरेया, रोजेसा, मुंहासे
. क्रॉनिक ब्लेफेराइटिस
. वायरल कंजक्टिवाइटिस
. पलकों पर किसी तरह का इंफेक्शन
. आंखों के अंदर इंफेक्शन होना
आई कैंसर का भी हो सकता है संकेत
जब आंखों के सेल्स और कोशिकाएं अनियमित रूप से बढ़ती है तब कैंसर हो सकता है। इस तरह का कैंसर मेलेनोमा कैंसर होता है जो आंखों के कैंसर का कॉमन टाइप है। हालांकि आईबॉल में होने वाले कैंसर को इंट्राऑकुलर कैंसर कहते हैं। प्रदूषण और केमिकल के संपर्क में आने से लोगों में इसकी संभावना बढ़ जाती है।
आंखों के कैंसर के लक्षण
देखने में परेशानी, आंखों में रोशनी चमकना, बेवजह परछाई दिखना, सूजन व गांठ, धुंधलापन, नजर के साथ धब्बे दिखना आईज कैंसर के लक्षण है।
पलकों पर गांठ के लक्षण
. पलकों पर गांठ और सूजन होना
. देखने में दिक्कत या धुंधलापन
. पलकों पर उभरापन महसूस होना
. कभी-कभी गांठ लाल दिखना
. दर्द व आंखों में खुजली
किन लोगों में होता है कैंसर का खतरा
- 50 से 70 साल से अधिक उम्र के लोग
- वाइट ब्रीड यानी कॉकेशियन वाले लोगों में मेलानोमा कैंसर की संभावना अधिक होती है।
- जिन लोगों को पिग्मेंटेशन, तिल, मस्सा जैसी परेशानियां हो
- लंबे वक्त तक सूरज की रोशनी के संपर्क में रहना
पलकों पर गांठ का निदान व उपचार
डॉक्टर देखकर ही बता देंगें कि यह बिलनी है या पलकों पर गांठ। इसके लिए आपको कोई टेस्ट करवाने की जरूरत नहीं। साथ ही इसके लिए कोई मेडिकल ट्रीटमेंट भी जरूरी नहीं होता लेकिन आप कुछ जरूरी बातों का ख्याल रखकर इस समस्या को कम कर सकते हैं।
. इसके लिए गांठ को बार-बार छूएं नहीं क्योंकि इससे आपकी समस्या बढ़ सकती है।
. कॉटन पैड या सूती कपड़ा को गर्म पानी में भिगोकर निचोड़ लें और आंखों की सिंकाई करें। दिन में 4-5 बार ऐसा करने से आराम मिलेगा।
. हाथों को साफ करके गांठ पर धीरे-धीरे हल्की मसाज करें। इससे गांठ में भरा तरल पदार्थ निकल जाएगा।
. जब तक पलकों पर गांठ ठीक न हो जाए आई मेकअप और लेंस पहनने से बचें क्योंकि इससे आपकी समस्या बढ़ सकती है।
. धूप में जाने से पहले आंखों का चश्मा जरूर पहनें। साथ ही कैंसर से बचने के लिए समय-समय पर आईज चेकअप करवाते रहें।
अगर आपको बार-बार पलकों पर गांठ या देखने में परेशानी हो तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।