खादी से बनी पोशाक, प्राकृतिक फूलों की सजावट, रिटर्न गिफ्ट में जूट के थैले... ये नजारा देखने को मिला एक अनोखी रिसेप्शन में। यहां दूल्हा- दुल्हन समेत सभी लोग खादी के कपड़ों में दिखाई दिए। हथकरघा बुनकरों को सम्मान और उनके उद्योग को बढ़ावा देने के लिए रिसेप्शन की थीम रखी गई, जिसकी लोग खूब तारीफ कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर भी इस शादी की कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिसे काफी पसंद किया जा रहा है । दूल्हे सिद्धार्थ ने बताया कि खादी-थीम वाले रिसेप्शन के पीछे हमारा एकमात्र विचार हथकरघा कपड़ों को बढ़ावा देना था। अगर ज्यादा से ज्यादा लोग इसे पहनें तो ही इसकी डिमांड होगी और बुनकर ये कपड़े बना पाएंगे। उनका मानना है कि लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए रिसेप्शन से बेहतर कोई मौका नहीं था।
दूल्हा- दुल्हन ने अपने परिवार और दोस्तों को ड्रेस कोड का पालन करने के लिए कहा। सिद्धार्थ ने बताया कि हमने अपने कुछ दोस्तों को खादी के कपड़े उपहार में दिए ताकि वे वही पहन सकें और हमारी शादी में आ सकें। बाकी मेहमानों को भी निमंत्रण देते हुए खादी के कपड़े पहनने का अनुरोध किया, और कहा कि अगर वे खादी में शादी में आएंगे तो हमें खुशी होगी।
दुल्हन ने इस दौरान नारंगी साड़ी पहनी थी, जिसके साथ हाथ की कढ़ाई वाला ब्लाउज कैरी किया था। सिद्धार्थ ने मोतियों वाली सफेद शेरवानी और दुल्हन के ब्लाउज से मेल खाती शॉल पहनी थी। सिद्धार्थ का कहना है कि इन कपड़ों की कीमत रेशम के कपड़ों के मुकाबले काफी कम है। इसके साथ ही यह आरामदायक भी है।
यह पहली बार नहीं है जब सिद्धार्थ का परिवार खादी की तरफ गया है। उनकी बहन की शादी के दौरान भी खादी-थीम वाले कपड़ों को चुना गया था। दिलचस्प बात यह है कि शादी का निमंत्रण पौधे के कागज के साथ दिया गया था, जिसमें तुलसी के बीज लगे हुए थे। रिटर्न गिफ्ट में दो फूलों के बीज और दो फल देने वाले पौधे दिए गएथे।