प्रसिद्ध संक्रामक रोग विशेषज्ञ और रटगर्स विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. राजेंद्र कपिला का 28 अप्रैल को कोविड संक्रमण से निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे। डॉ. कपिला ने एचआईवी-एड्स पर बड़े पैमाने पर काम किया, और वहीं पिछले 50 वर्षों से रटगर्स विश्वविद्यालय में कई लोगों को इस फिल्ड में ट्रेन्ड भी किया।
डॉ. राजेंद्र कपिला मार्च के अंतिम सप्ताह में पत्नी डॉ. दीप्ति सक्सेना के साथ भारत लौटे थे और वह गाजियाबाद में रह रहे थे। उन्हें अप्रैल के दूसरे सप्ताह तक अमेरिका वापस जाना था, लेकिन अचानक उनकी तबीयत खराब होने पर उन्हें दिल्ली के शांति मुकुंद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा जहां उनकी मृत्यु हो गई।
माइक्रोबायोलॉजी में माहिर डॉ. दीप्ति ने बताया कि वह पिछले एक साल से न्यू-जर्सी के कोविड -19 लैब में काम कर रही हैं और घर पर उन्होंने एक सुरक्षित वातावरण बना रखा था। लेकिन विडंबना यह है कि हम दो सप्ताह के लिए भारत आए और यहीं बंध कर रह गए। उन्होंने बताया कि डॉ. कपिला को अमेरिका में फाइजर वैक्सीन की दोनों खुराकें दी जा चुकीं थी।
वहीं, रटगर्स यूनिवर्सिटी के फैक्लटी डॉ. मार्क क्लाफोलज़ द्वारा भेजे गए एक स्मारक संदेश में उन्होंने कहा कि 'संक्रामक रोगों के क्षेत्र में डॉ. कपिला को दुनिया भर का ज्ञान हासिल था और वह एक महान शख्सियत थे।